चीन से मंगवाए नए ऑक्सीजन प्लांट के उद्घाटन के लिए शिफ्ट किया था मरीजों को
उज्जैन। बगैर प्लानिंग के ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन कराने के लिए माधवनगर अस्पताल के न्यू आईसीयू से ओल्ड आईसीयू से गंभीर मरीजों को शिफ्ट करने की वजह से चार मरीजों की मौत हो गई। अस्पताल प्रशासन तीन मौतों की पुष्टि कर रहा है। कारण अलग-अलग बताया जा रहा है। जबकि मरीजों की शिफ्टिंग का विरोध करने वाले कांग्रेस नेता को गलत बताते हुए अस्पताल प्रशासन उनके खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा का केस दर्ज करा चुका है। चार मौतों से साफ हो गया कि कांग्रेस नेता जिस बात की आशंका जताकर विरोध कर रहे थे, वह सही साबित हो गई। अब वे अस्पताल के जिम्मेदारों के खिलाफ सोमवार को एसपी से मिलकर केस दर्ज कराएंगे।
प्रदेश कांग्रेस सचिव भरत पोरवाल ने बताया कि शनिवार को वह अपने मित्र योगेश की माता लीलाबाई मिश्रा की शिफ्टिंग के खबर सुनकर माधव नगर अस्पताल पहुंचे थे। यहां पर जब उन्होंने सिंगल और डबल आक्सीजन लगे मरीजों को शिफ्ट होते देखा तो उन्होंने इसका विरोध किया। सुबह 9.30 से लेकर शाम 4 बजे तक करीब 8 घंटे तक यह खेल चलता रहा। मरीजों की 8 घंटे के लिए आक्सीजन हटा ली गई थी।
लीलाबाई को डबल आक्सीजन लगी थी। डॉ एचपी सोनानिया इनका इलाज कर रहे थे। उनकी आक्सीजन 85 तक पहुंच गई थी। मरीजों को पंखे भी अपने घरों से लाने को कहा गया था। ओल्ड आईसीयू में एसी भी ठीक तरह से नहीं चल रहे थे। उन्होंने इसका विरोध किया तो उनके खिलाफ शाासकीय कार्य में बाधा का प्रकरण दर्ज करा दिया गया। शिफ्टिंग के दौरान लीलावती के अलावा मायावती, तेजकरण और एक अन्य की मौत आक्सीजन के अभाव में हुई है।
जिम्मेदार अधिकारियों पर कराएंगे एफआईआर
भरत पोरवाल ने कहा कि उनके खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा का प्रकरण दर्ज कराया गया है। ऐसे में वह थाने में जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ गैरइरादतन हत्या का केस दर्ज कराएंगे। यदि यहां पर उनकी सुनवाई नहीं होती है तो वह अपने वकील के मार्फत न्यायालय की शरण लेकर याचिका दायर करेंगे। आज लीलाबाई के पुत्र योगेश मिश्रा एसपी से मिलकर जिम्मेदारों पर प्रकरण दर्ज करवाने को लेकर ज्ञापन सौंपेंगे। श्री पोरवाल का तो यह भी कहना है कि फायर ब्रिगेड के इंचार्ज राजपूत के निर्देश पर इन चारों के शवों को ले जाया गया था। इस बात की जानकारी उनको भी है। निगम के रिकॉर्ड से पुष्टि होगी।
आक्सीजन प्लांट शुरू होने में लगेगा समय
प्रदेश के साथ शहर से भी कोरोना की रवानगी हो गई है। लेकिन पूर्व से सरकारी सहित निजी अस्पताल में भर्ती गंभीर प्रकृति के मरीज आज भी इन अस्पतालों में अपना इलाज करवा रहे हैं। माधव नगर में शहर का तीसरा आक्सीजन प्लांट का संचालन अपने अंतिम दौर में पहुंच गया था। लेकिन शनिवार को हुए हंगामे के चलते इसकी लाइन न्यू आईसीयू से नहीं जुड़ पाई। अब मामला टल गया है। इंदौर से इंजीनियरों को बुलाकर फिर से लाइन को जुड़वाना पड़ेगा, जिसके चलते फिलहाल आक्सीजन प्लांट का शुरू होना खटाई में पड़ गया है।
इनका कहना है
शिफ्टिंग से पहले एक की और दो महिलाओं की मौत शनिवार की रात 12.30 से 1 बजे के बीच हुई है। इस तरह से कुल तीन मौतें हुई हैं। जोकि पलमोनरी अरेस्ट के कारण हुई है। दोपहर 12 से दूसरी दिन के 12 बजे तक की मौतों का आंकड़ा लिया जाता है, इसलिए इस दिन तीन मौतें जुड़ गई हैं।
– डॉ. विक्रम रघुवंशी, प्रभारी माधव नगर अस्पतालशिफ्टिंग के दौरान 4 मरीजों की मौत हुई है। जिम्मेदार अधिकारियों पर गैरइरादतन हत्या का केस दर्ज कराया जाएगा। – भरत पोरवाल, सचिव प्रदेश कांग्रेस