उज्जैन, अग्निपथ। बियाबानी स्थित एक धार्मिक स्थल के परिसर में लगे दो पेड़ो को एसिड डालकर सुखा दिए जाने के आरोपों की जांच अब वन विभाग के एक्सपर्ट की टीम करेगी। बुधवार को नगर निगम से जिला वन मंडल अधिकारी को इसके लिए विधिवत पत्र भेजा गया है। पुलिस की मौजूदगी में नगर निगम की टीम ने धार्मिक स्थल के बाहर आम सडक़ तक किए गए अतिक्रमण को भी हटवा दिया है।
बियाबानी चौराहा स्थित धार्मिक स्थल पर लगा एक पीपल का पेड़ तेज हवा में गिर गया था। पेड़ गिरने से धार्मिक स्थल का चद्दर शेड और दीवार भी क्षतिग्रस्त हुई थी। स्थल पर नुकसान होने के बाद यहां की कमेटी से जुड़े कुछ लोगों ने नए निर्माण से पहले लोहे के पतरों की दीवार बना दी थी।
यह दीवार आम सडक़ पर चार फीट आगे तक खड़ी कर दी गई थी। मंगलवार शाम स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया। देखते ही देखते ही बियाबानी चौराहे पर अच्छा-खासा मजमा लग गया और सांप्रदायिक तनाव बनता देख यहां अतिरिक्त पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई थी।
स्थानीय रहवासी सुनील यादव व अन्य लोगों ने नगर निगम आयुक्त और एसडीएम सहित सीएसपी के नाम पर दो बिंदुओं का शिकायती आवेदन दिया है। लोगों की शिकायत थी कि धार्मिक स्थल परिसर में लगे दो पेड़ो को हटाने के लिए इनमें जानबूझकर एसिड डाला गया। एसिड के प्रभाव से पेड़ सूखे और पीपल का पेड़ इसी कारण खुद ब खुद गिर गया।
दूसरी शिकायत सडक़ पर 4 फीट आगे तक टीन शेड लगा लेने की थी। नगर निगम के जोन क्रमांक 2 से पहुंचे अधिकारियों ने टीन शेड को पीछे हटवाकर पुरानी क्षतिग्रस्त दीवार के पास लगवा दिया है। जोन क्रमांक 2 के उद्यान उपयंत्री मोहित मिश्रा के मुताबिक पेड़ो में एसिड डालकर उन्हें सुखाने संबंधी शिकायत की जांच के लिए नगर निगम के पास जरूरी संसाधन नहीं है। इसी वजह से जिला वन मंडल अधिकारी को पत्र भेजकर एक्सपर्ट टीम से पेड़ो की जांच कराने का अनुरोध किया गया है।