सोमवार को पीएचई कार्यालय पर धरना देकर करेंगे घेराव, सरकार की छवि को नहीं करने देंगे धूमिल
आलीराजपुर (रघु कोठारी)। आलीराजपुर क्षेत्र में प्रतिवर्ष सैंकड़ों हैंडपंप व मोटर का लक्ष्य आता था लेकिन वर्तमान में पीएचई के प्रभारी इंजीनियर जीएस उपाध्याय की निष्क्रियता व उनके द्वारा किए जा रहे विभागीय भ्रष्टाचार के चलते ग्रामीण क्षेत्र में लगातार गर्मी के मौसम में आमजनों को जलसंकट का सामना करना पड़ा है। क्षेत्र के स्थानीय जनप्रतिनिधि चाहे वह सरपंच हो या फिर जपं सदस्य या जिपं सदस्य उनके द्वारा जलसंकट को लेकर लगाई गुहार भी इस अधिकारी के द्वारा नहीं सुनी जाती। यह अधिकारी जब से जिले में पदस्थ हुआ है पंचायत स्तर पर इस वर्ष ना तो हैंडपंप खोदे गए है और ना ही नई मोटरों को लगाया गया है। जबकि उक्त अधिकारी द्वारा रखरखाव के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है।
यह बात आलीराजपुर के पूर्व विधायक नागरसिंह चौहान द्वारा एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही गई है। चौहान ने आरोप लगाया कि फ्लोरोसिस के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार का खेल खेला जा रहा है। जो मप्र के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की लोकप्रिय सरकार को बदनाम करने की साजिश है और हम ऐसे अधिकारी के खिलाफ मुख्यमंत्री तक शिकायत लेकर इस अधिकारी की पोल खोलेंगे। चौहान ने सोमवार को सुबह 11 बजे पीएचई विभाग के भ्रष्टाचार के विरोध में धरना प्रदर्शन कर घेराव करने की बात कही है।
लापरवाही के चलते नहीं हुआ हैंडपंप खनन
पूर्व विधायक चौहान ने आरोप लगाया कि इस वर्ष पीएचई के इस अधिकारी उपाध्याय ने अपनी निष्क्रियता के कारण एक भी हैंडपंप ग्रामीण क्षेत्र में नहीं खुदवाया है। जबकि इस वर्ष 350 हैंडपंप का सरकार द्वारा लक्ष्य दिया गया था। चौहान ने बताया कि हर वर्ष हमारे यहां सैंकड़ों हैंडपंप शासन द्वारा खुदवाए जाते हैं। ताकि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को पेयजल उपलब्ध हो सके। साथ ही इस अधिकारी द्वारा नल जल योजना के तहत ठेकेदारों से मिलकर टंकी निर्माण में भारी भ्रष्टाचार किया गया है।
नागरसिंह चौहान ने आरोप लगाया कि पीएचई के अंतर्गत आने वाले फ्लोरोसिस विभाग में करोड़ों रुपए शुद्ध जल पिलाने के लिए आते हैं। लेकिन ना तो पानी पिलाया जा रहा है और ना ही ग्रामीण क्षेत्र में पानी पहुंचाया जा रहा है। बल्कि फ्लोरोसिस के नाम पर आने वाले पैसो को बाले बाले मेंटनेस के नाम पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। चौहान ने बताया कि पीएचई विभाग बताए कि उन्होंने कहां-कहां हैंडपंप लगाए है और कहां-कहां मोटर लगाई है। साथ ही विभाग द्वारा घटिया किस्म के पाइप खरीदे जा रहे हैं। जो एक वर्ष में ही खराब हो रहे है जबकि इसके पूर्व जब पीएचई विभाग में पाइप आते थे तो 15 से 20 वर्ष तक खराब नहीं होते थे।
जोबट में है उपचुनाव, सरकार की छवि कर रहे खराब
पूर्व विधायक चौहान ने पीएचई के अधिकारी उपाध्याय की कार्य प्रणाली को लेकर प्रेस विज्ञप्ति में कहा यह अधिकारी जिस प्रकार से कार्य कर रहा है। उससे सरकार की छवि पर आघात पहुंच रहा है। मप्र सरकार की योजनाओं को पलीता लगाने का कार्य करने वाला यह अधिकारी जन भावनाओं के विपरित कार्य कर उन्हें मिलने वाली सुविधाओं से आमजनों को वंचित कर रहा है।
चौहान ने कहा कि आने वाले समय में जोबट में विधानसभा उप चुनाव होने वाला है और ऐसे भ्रष्ट अधिकारी की कार्य प्रणाली के चलते सरकार की छवि खराब हो रही है। उक्त अधिकारी द्वारा जिस प्रकार से कार्य किया जा रहा है वह शिवराजसिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार को बदनाम करने की एक कोशिश भी है।