नागदा के पिपलिया मोलू कैंप में गड़बड़ी सामने आने भौचक रह गया जांच दल
उज्जैन, अग्निपथ। उपार्जन के गेहूं को संभालने में अफसर कैसे लापरवाही कर रहे हैं इसका उदाहरण जिला स्तरीय जांच दल के सामने आया तो अफसर भौंचक रह गए। दस हजार मैट्रिक टन से ज्यादा गेहूं में घुन लग गया। लाखों टन गेहूं खराब होने के कगार पर पहुंच गया।
यह सब पिपलया मोलू कैंप में हो रहा था। इसकी शिकायत लगातार की जा रही थी। परन्तु नागरिक आपूर्ति निगम (नान), खाद्य विभाग और प्रशासन के अफसर सब आंख बंद किए बैठे थे। जैसे ही मामले की शिकायत राज्य खाद्य आयोग के सदस्य किशोर खंडेलवाल, जिला आपूर्ति नियंत्रक, क्षेत्रीय प्रबंधक नान, जिला प्रबंधक नान के पास पहुंची तो वे अफसरों के जांच दल को लेकर मौके पर पहुंचे और वास्तविकता से अवगत कराया।
अफसरों के दल ने कैंप में रखे गेहूं की जांच की तो पाया कि शाखा प्रबंधक वेयर हाउस विनोद शर्मा ने गेहूं का सही तरीके से रख-रखाव नहीं किया। समिति के बार-बार निर्देश दिए जाने के बाद छह माह से सेग्रिगेशन नहीं किया और न ही साफ सफाई कराई गई। खराब गेहूं पीडीएस के लिए भेज दिया। घुन लगे गेहूं को देखकर जांच दल हतप्रभ था।
रिपोर्ट भोपाल भेजकर कर दिया निरीक्षण
मजेदार बात यह है कि जांच दल के सामने करोड़ों रुपए के गेहूं को संभालने में वेयरहाउस के शाखा प्रबंधक की लापरवाही सामने आई। जांच दल ने तत्काल ही रिपोर्ट बनाकर भोपाल भेज दी। परन्तु न तो उक्त लापरवाह अफसर को निलंबित किया गया और न ही एफआईआर कराई गई।
दस हजार टन पर चार लेबर लगाई
सदस्य किशोर खंडेलवाल ने बताया कि 10 हजार टन के लिए मात्र चार लेबर लगाई गई थी। कई स्टैक में रखा गेहूं तो घुन पूरी तरह से खा गई थी। मामले की शिकायत पीएस और आयोग की सचिव को की गई है। वेयर हाउस प्रबंधक के खिलाफ सख्त कार्रवाई कराई जाएगी।