करीब 20 करोड़ ठगने के बाद पत्नी के साथ गोवा भागा था, जल्द होगा केस दर्ज
उज्जैन,अग्निपथ। करीब 20 करोड़ से अधिक की चपत लगाकर भागने के कारण आंजना समाज द्वारा घोषित इनामी ठग आनंद भटोल की एक और करतूत सामने आई है। उसने बैंककर्मी बन 20 लोगों से दोगुनी कमाई का झांसा देकर भी करीब एक करोड़ रुपए ठगे हैं। वारदात के बाद वह पत्नी के साथ गोवा में छिपा था। नानाखेड़ा पुलिस उस पर जल्द केस दर्ज करने वाली है।
मालनवासा स्थित राजीव गांधी नगर निवासी आनंद भटोल के खिलाफ रामीनगर के रोहित पिता सुरेश बैरागी ने भी माधवनगर थाने में आवेदन दे रखा है। उसका आरोप है कि भटोल ने बैंक कर्मी बताकर किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से दोगुनी कमाई का वादा किया। भरोसे में उसे 17 नवंबर 2020 तक किश्तों में 2 लाख रुपए दिए।
ऋषिनगर के राजप्रताप पिता राजेंद्र सिसोदिया, पीयूष पिता खुमानसिंह राठौर व महानंदा नगर के गौरव पिता रोशनसिंह तोमर सहित करीब 20 लोगों ने भी 2 से 3.50 लाख रुपए उसे दिए। सभी के करीब एक करोड़ रुपए लेकर वह पत्नी कविता के साथ चंपत हो गया। अब उसका भाई धर्मेंद भटोल वकील होने का रौब दिखाते हुए झूठे केस में फंसाने की धमकी दे रहा है। बैरागी का दावा है कि आनंद के पिता मांगीलाल, मां कमलाबाई, भाई धर्मेंद्र व ससुर विक्रमसिंह भी पूर्व में ठगी कर चुके हैं।
दो अकाउंट सीज करवाए
आनंद ने बैरागी आदि को पूंजी का 4 फीसदी रोज कमाई का झांसा देकर फांसा। वादा किया किया कि 30 हजार रुपए देने पर प्रति सप्ताह 6 हजार रुपए देगा। इसी लालच में दो दर्जन लोगों ने बिना लिखापड़ी के एक करोड़ रुपए उसे दिए थे। हालांकि माधवनगर पुलिस को जांच में अकाउंट पर दिए 70 हजार का हिसाब मिला तो उन्होंने आनंद के दो अकाउंट सीज करवा दिए।
1.15 करोड़ की ठगी का केस जल्द
नानाखेड़ा टीआई ओपी अहीर ने बताया कि बसंत बिहार निवासी भाजयुमो नेता मनीष आंजना, अमन आंजना व मऊ के ओमप्रकाश ने आनंद, उसकी पत्नी कविता, भाई धर्मेंद्र व पिता मांगीलाल के खिलाफ शिकायत की है। तीनों ने आंनद पर 1.15 करोड़ रुपए की ठगी का आरोप लगाया है। आनंद के अकाउंट में 9 करोड़ के लेन-देन का रिकार्ड भी मिल गया है। मामले में जल्द केस दर्ज किया जाएगा।
समाज इक्कठा कर देगा 50 लाख
सर्वविदित है पीडि़त मनीष आंजना आदि का आरोप है कि आंनदने आंजना समाज बाहुल्य क्षेत्र के करीब 100 लोगों को 20 करोड़ की चपत लगाई है। उन्होंने ठगी की राशि 60 करोड़ तक होने की संभावना बताते हुए आनंद का पता बताने वाले को 50 लाख रुपए देने की भी घोषणा की है। वहीं आनंद का वकील भाई धर्मेद्र खुद व परिवार को निर्दोष बता रहा है।