टेंडर शर्तों का किया उल्लंघन, एसआईएस कंपनी को ब्लैक लिस्टेड करने की मांग
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में दिसम्बर-2019 से सुरक्षा का ठेका संभालने वाली सिक्यूरिटी एंड इंटेलीजेंस कंपनी ने टेंडर शर्तों का उल्लंघन करते हुए दीपावली पूर्व मिलने वाला बोनस नहीं दिया है। इससे सुरक्षाकर्मियों में घोर निराशा का वातावरण बना हुआ है। मंदिर के अधिकारी भी कंपनी के सामने बेबस नजर आ रहे हैं। सुरक्षा कर्मियों का कहना है कि टेंडर शर्तों का उल्लंघन करने पर कंपनी को ब्लैक लिस्टेड किया जाना चाहिये।
एसआईएस कंपनी ने जिस दिन से मंदिर में सुरक्षा का ठेका संभाला है, तभी से इसने प्रतिमाह वेतन देने में गंभीरता नहीं दिखाई है। कंपनी द्वारा सुरक्षाकर्मियों का तीन माह से अधिक का वेतन रोके रखा गया है। कंपनी के ब्रांच हेड अरविंदसिंह का कहना है कि पहले मंदिर प्रशासन उनके बिल क्लियर करे, उसके बाद ही वेतन दिया जाएगा। बीच बीच में मंदिर के अधिकारियों द्वारा हस्तक्षेप किए जाने के बाद तीन माह की जगह एक-एक माह का वेतन जारी किया गया है। इस बार भी यही हुआ।
मंदिर की टेंडर शर्तों के मुताबिक दीपावली पूर्व बोनस दिया जाना था, लेकिन ऐन वक्त पर कंपनी के द्वारा इसे न देते हुए एक माह का वेतन खातों में डाल दिया गया। चिंतामन, हरसिद्धि और महाकालेश्वर मंदिर के लगभग 175 सुरक्षाकर्मियों का तीन माह का वेतन बकाया चल रहा है। इसमें से एक माह का वेतन दीपावली के एक दिन पूर्व डाला गया।
मंदिर के सुरक्षाकर्मी कंपनी की कार्यप्रणाली से संतुष्ठ नहीं है। सुरक्षाकर्मियों में बाहर से आए हुए भी हैं, जिसके चलते उनको प्रतिमाह वेतन के लिये परेशान होना पड़ रहा है। उनके द्वारा उधारी लेकर अपने गुजर बसर किया जा रहा है। इसके पहले कभी भी किसी दूसरी कंपनी ने इस तरह वेतन और बोनस देने में लेतलाली नहीं है। सूत्रों की मानें तो मंदिर प्रशासन भी कंपनी को बाहर का रास्ता दिखाने वाला है। दो वर्ष के लिये लिया गया ठेका दिसम्बर माह में समाप्त हो सकता है। जनवरी माह से दूसरे नंबर पर आने वाली कंपनी को ठेका दिए जाने की चर्चाएं मंदिर गलियारों में सुनाई दे रही है। सुरक्षाकर्मियों ने इस कंपनी को ब्लैक लिस्टेड करने की मांग की है।
बढ़े हुए 125 रु. नहीं दिए
एसआईएस कंपनी ने विगत तीन माह अगस्त, सितम्बर और अक्टूबर माह का वेतन नहीं दिया था। इस बार कंपनी के द्वारा बोनस की जगह सीधे अक्टूबर माह का वेतन शुक्रवार को सुरक्षाकर्मियों के खातों में डाल दिया गया। श्रम विभाग की ओर से जारी बढ़ा हुआ 125 रु. वेतन भी कंपनी द्वारा जीम लिया गया। जबकि कंपनी द्वारा जो बिल डाला गया है, उसमें प्रति सुरक्षाकर्मी के हिसाब से 125 रु. जोड़ा गया है। वहीं कंपनी द्वारा कई सुरक्षाकर्मियों का 26 की जगह 30 दिन काम किए जाने का अतिरिक्त वेतन भी नहीं दिया गया है। कई सुरक्षाकर्मियों कम वेतन डाला गया है।