नलखेड़ा, अग्निपथ। कुंडलिया डैम में रविवार शाम डूबे दोनों युवकों के शव सोमवार को गोताखोरों ने निकाल लिए। सुबह दोबारा शुरू हुई युवकों की तलाश के आधे घंटे बाद ही एक शव मिला जबकि ढाई घंटे के अंतराल से दूसरे का शव भी निकाल लिया गया।
सोमवार को कुंडलिया डैम पर थाना प्रभारी अनिल कुमार पुरोहित की मौजूदगी में एसडीआरएफ की टीम एवं होमगार्ड के जवानों द्वारा नगर के ठाकुर मोहल्ला निवासी युवकों की प्रात: 5:30 बजे से ही दोबारा सर्चिंग शुरू की गई। एक युवक अयाज का शव तो सुबह 6 बजे मिल गया। जबकि दूसरे युवक अल्फेज का शव 8:30 बजे निकाला गया।
पुलिस द्वारा दोनों शवों को निकाल कर पोस्टमार्टम हेतु स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजे गए जहां दोनों शवों को पोस्टमार्टम के बाद परिजनो को सौंप दिए। दोनों युवकों के शव निकालने में एसडीआरएफ की टीम सहित नलखेड़ा थाने के नगर सैनिक मणिशंकर व नलखेड़ा निवासी बाबू खां व शाहरुख मेव का विशेष योगदान रहा।
यह था मामला
रविवार को लाकडाउन होने के चलते नगर के ठाकुर मोहल्ला में रहने वाले अयाज व अल्फेज परिवार के साथ पिकनिक मनाने कुंडलिया डैम गए थे। जहां शाम 4 बजे नहाने के दौरान दोनों गहरे पानी में चले जाने के कारण डूब गए थे। सूचना मिलते ही नलखेड़ा एवं जीरापुर पुलिस मौके पर पहुंचकर स्थानीय गोताखोरों की मदद से दोनों की खोजबीन कर रही थी।
रात में अंधेरा गहरा जाने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन रोकना पड़ा। सोमवार को प्रात: 5:30 बजे से फिर दोनों युवकों की खोजबीन की गई जिसमें दोनों के शव डैम से निकाले गए।
मृतक अयाज पेंटिंग के कार्य करने के कारण लोगों में लोकप्रिय था
मृतक आयाज नगर में पेंटिग का कार्य करता था। इस कारण वहां यहां लोगों में लोकप्रिय था। उसके व्यवहार एवं कार्यकुशलता के कारण लोग उसके कायल थे उसकी कुंडलिया डेम में डूबने की खबर के बाद भी लोगों को विश्वास नहीं हो रहा था कि अयाज अब नहीं रहा।
कुंडलिया डैम पर प्रशासन द्वारा सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं
आगर एवं राजगढ़ जिले की सीमा पर स्थित कुंडलिया डैम कुछ दिनों से पिकनिक स्पॉट बन चुका है। यहां पर नलखेड़ा ही नहीं आगर एवं राजगढ़ जिले के अनेक लोग रविवार को पिकनिक मनाने जाते हैं। लेकिन दोनों जिलों के प्रशासन द्वारा डैम पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। रविवार को दो युवकों की डूबने से मौत यहां ऐसी पहली घटना नहीं है। पूर्व भी कई लोग डैम में डूबने से जान गंवा चुके हैं। इसके बावजूद प्रशासन ने वहां पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए। प्रशासन कम से कम छुट्टी वाले दिन रविवार को वहां सुरक्षा गार्ड तैनात करें।