सामने आया था ऑडियो, पिता-पुत्र और साथी पर केस
उज्जैन, अग्निपथ। प्रगतिनगर में मारपीट के बाद गैरेज संचालक को मोबाइल पर झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर डेढ़ लाख की मांग करने वाले पिता-पुत्र और साथी पर सोमवार को पुलिस ने केस दर्ज कर लिया।
नानाखेड़ा थाना पुलिस ने बताया कि नागझिरी क्षेत्र के पंचायत प्रेस के पास रहने वाले गैरेज संचालक मुज्जफर उर्फ मोनू पिता असलम खान ने शिकायत दर्ज कराई है कि 11 मई को तनिष्क निगम अपने कार रिपेयर कराई थी। जिसका बिल 15 हजार होने पर तनिष्क ने 11 हजार रुपये मेरे खाते में मोबाइल एप से किये थे। उसके बाद मेरा खाता सीज हो गया था। 12 जून को तनिष्क से खाता सीज होने के संबंध में पूछा तो उसने घर बुलाया। प्रगतिनगर जाने पर विवाद हो गया और विजेन्द्र गंगवाल को किसी ने पत्थर मार दिया।
जिसके घायल होने के बाद तनिष्क निगम उसके पिता संजोग निगम और बिट्टू भदौरिया ने फोन लगाकर धमकाया कि विजेन्द्र वेंटिलेटर पर है, वह मर जाएगा, हम तेरे नाम की नानाखेड़ा थाने में 307, 302 की रिपोर्ट डाल रहे हैं। बचना चाहता है तो डेढ़ लाख रुपये दे। तीनों फोन पर पुलिस वाला बनकर लगातार फोन लगा रहे थे। मैंने तारामंडल के पास पहुंचकर 20 हजार रुपये दिये भी।
उसके बाद भी तीनों घर वालों को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। धमकी देने के मामला मेरे मोबाइल में रिकार्ड हुआ है। पुलिस ने मामले की जांच के बाद तनिष्क, संजोग और बिट्टू के खिलाफ धारा 419, 384, 120 बी, 506, 507 और 34 में प्रकरण दर्ज किया है।
एसपी तक पहुंची थी शिकायत
मुज्जफर उर्फ मोनू को मिल रही धमकी की शिकायत एसपी तक पहुंची थी। जिसमें मोनू ने बताया था कि तनिष्क निगम परिवार को थाने में बंद करने के साथ जान से मारने की धमकी दे रहा है। उसका कहना है कि मैं मंत्री पर गोली चला चुका हूं। खुद को तनिष्क ने गैंगस्टर परिवार से जुड़ा होने की धमकी दी थी। जिसका ऑडियो भी उसने जांच के लिये सौंपने की बात कही थी।