शाजापुर। मध्यप्रदेश प्रांतीय अशासकीय शिक्षण संस्था संघ जिला इकाई सरकार की कथित गलत नीतियों के खिलाफ गुरुवार को भैंस के आगे बीन बजाकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
शिक्षण संस्था संघ जिलाध्यक्ष दिलीप शर्मा ने बताया कि गुरुवार को शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार के गृह नगर शुजालपुर में शाजापुर जिले के समस्त अशासकीय शिक्षण संस्था संचालक एकत्र होकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपेंगे। साथ ही प्रतीकात्मक रूप में भैंस के आगे बीन बजाएंगे, क्योंकि अशासकीय शिक्षण संस्थान सरकार के सामने अपनी समस्याओं को लेकर दो साल से विभिन्न प्रकार से आंदोलन कर रही है, लेकिन यह सरकार में बैठे मंत्री मांगों को सुनने को तैयार नहीं हैं।
शर्मा ने बताया कि शिक्षण संस्था के संचालकों के आर्थिक हालात बदतर होते जा रहे हैं, पिछले कई वर्षों का आरटीई का पेमेंट भी सरकार नहीं दे रही है यहां तक कि 19-20 से लेकर अभी तक का शुल्क अभिभावक देने को तैयार नहीं हैं। सरकार सिर्फ वोट बैंक के लालच में निजी स्कूलों के साथ तानाशाहीपूर्ण रवैया अपना रही है।
जिसके कारण 2 सालों में कई स्कूल संचालक आत्महत्या कर चुके हैं जिसकी जिम्मेदार सरकार है। सरकार की गलत नीतियों के कारण कई निजी स्कूल बंद होने की कगार पर पहुंच चुके हैंं। शर्मा का कहना है कि सरकार से समस्या हल करने की मांग करना, भैंस के आगे बीन बजाने जैसा साबित हो रहा है।
शर्मा का आरोप है कि सरकार की नीतियां प्राइवेट स्कूलों को बंद करने की है, यदि सरकारी स्कूलों को बंद करना चाहते तो हमारे लिए नए रोजगार की व्यवस्था करे। निजी स्कूल संचालकों ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार स्कूल नहीं खोलती है तो 1 जुलाई से हम स्वत: ही स्कूल खोलेंगे।