उज्जैन, अग्निपथ। सेंटपॉल स्कूल रोड पर सिंहस्थ की जमींन पर खुल चुकी देशी शराब की दुकान (कलाली) के आसपास अब मछली और मुर्गो की दुकानें भी सजने लगी है।
कलाली यहां पहुंचने के चंद दिनों के भीतर ही आसपास दुकानों का कारवां बढऩे से आसपास रहने वाले लोग खासे परेशान होने लगे है। बड़ी बात यह है कि इस पूरे मजमे को जमाने का श्रेय एक ऐसे परिवार को जाता है जो अंहिसा परमोधर्म में विश्वास रखते हैं। जिस जगह कलाली खुली है, उससे माता मंदिर की दूरी बमुश्किल 100 मीटर भी नहीं है। नजदीक ही सेंटपॉल स्कूल है और स्कूल सहित आसपास की 20 कॉलोनियों में जाने का मुख्य मार्ग भी यहीं है।
पिछले लगभग 10 दिनों से देशी शराब दुकान के पास हर रोज शाम को मेला लगने लगा है। सेंटपॉल स्कूल रोड पर अंधे मोड़ को ठीक करने के लिए ही सिंहस्थ आरक्षित जमींन पर से रोड निकालने का प्रस्ताव तैयार किया था, रोड़ तो नहीं निकला उल्टे इस मोड़ को खतरनाक हालात में पहुंचा दिया गया। भारी वाहनों के आवागमन वाले इस मोड़ पर किसी भी दिन बड़ा हादसा हो सकता है।
हवा में उड़ाई विधायक की आपत्ति
सेंटपॉल स्कूल रोड पर जिस जगह पर कलाली खुली है, वहां रोड़ प्रस्तावित है। उज्जैन उत्तर के विधायक पारस जैन ने इस पर आपत्ति दर्ज कराई है। विधायक श्री जैन ने कलेक्टर और नगर निगम आयुक्त से भी सीधे बात कर कलाली की जगह बदलने की हिदायत दी लेकिन अधिकारियों ने उनकी बात को भी हल्के में ले लिया।
वैसे यह नई बात नहीं है, नगर निगम और प्रशासन के अधिकारी पहले भी ऐसा कर चुके है। स्वच्छता सर्वेक्षण से जुड़े कार्यो में भी विधायक पारस जैन ने पहले परीक्षण फिर भुगतान के लिए लेटर लिखा था। उनका लेटर नगर निगम में धूल खा रहा है और भुगतान की फाइलें ऑडिट तक पहुंच गई है।