आधा दर्जन वार्डो में जलसंकट, निजी जलस्त्रोतों के भरोसे बेरछावासी
बेरछा। ग्राम पंचायत बेरछा के 20 वार्डो में से आधा दर्जन से अधिक में जलसंकट जून के अंतिम सप्ताह में भी बरकरार है। जिला मुख्यालय से 16 किलोमीटर दूर जिले की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत में शुमार होने बेरछा पंचायत के नागरिक हर बार की तरह इस वर्ष भी इस समस्या से दो चार हो रहे है। ग्राम के अधिकांश क्षेत्र में आलम यह है कि बीते एक माह से अधिक समय से ग्राम के कुछ रहवासी क्षेत्रों में नल से पानी की एक बूंद तक नहीं टपकी है।
एक माह से बिगड़ी पढ़ी जल प्रदाय व्यवस्था की वजह से रहवासी को सीएम हेल्पलाइन का सहारा लेना मजबूरी बन गई। वहीं कई वार्डो में वॉल्वमैन द्वारा भेदभाव पूर्ण जल प्रदाय करने से किसी वार्ड में नल 10 दिन, तो किसी वार्ड में एक माह से अधिक समय बीतने के बावजूद नलों से पानी नहीं आ रहा है। पंचायत द्वारा वार्ड 3, 4, 7, 8, 17, 18, 19 व 20 सहित अन्य वार्डों में एक माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी जल प्रदाय नहीं किया जा रहा है। वर्तमान में कोरोना कॉल में आमजनों को भीड़ भाड़ से बचने की हिदायत दी गई।
ऐसे में पंचायत की जलप्रदाय व्यवस्था में गड़बड़ी के कारण रहवासी पीने के पानी के लिए भीड़-भाड़ और दर-दर भटकने को मजबूर है। फिर भी जल संकट की स्थित जस की तस बनी हुई है। आमजन जब निजी स्त्रोतों या कुँए पर पानी भरने एक साथ एकत्रित होते है तो संक्रमण फैलने का खतरा भी बना रहता है।
अधिकांश जगह पर जमीन में दबी व फूटी है पाइप लाइन
ग्राम के मोहल्लों और आंतरिक क्षेत्र में नलजल योजना के तहत बिछाई गई मेन लाइन कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गई है। जिससे पानी व्यर्थ बहता है। इस सम्बंध में जिम्मेदारों को भी कई बार अवगत कराया जा चुका है। ज्ञात रहे पूर्व में भी वार्ड 3 के निवासी गजेंद्र नागर ने सीएम हेल्पलाइन पर मवडिय़ा सेरी में पाइप लाइन क्षत्रिग्रस्त होने तथा वॉल्व खराबी की शिकायत की थी। किन्तु बिना निराकरण किए ही शिकायत बंद कर दी गई । ऐसे में विगत 5-6 वर्ष बीत गए है। वार्ड वालों को पानी की एक बूंद के लिए निजी स्त्रोतों के भरोसे रहना पड़ रहा है। यही स्थित वार्ड 4 और 7 के रहवासियों की भी है।
आश्वासन मिला पर 10 दिन बाद भी सुधार नहीं
वार्ड 7 में निजी स्रोतों से पानी भरने वालों के बीच आए दिन विवादों की स्थित बनती है। जबकि स्थानीय प्रशासन व जनप्रतिनिधि पेयजल समस्या को लेकर चुप्पी साधे हुए है। नजर अली मार्ग निवासी सतीश राठौर ने जब जनपद सीईओ शाजापुर बाबूलाल पंवार को पेयजल समस्या से अवगत किया तो उन्होंने व्यवस्था में सुधार का आश्वाासन दिया। जबकि 10 दिन से अधिक समय बीतने पर भी जल समस्या में कोई सुधार नहीं हुआ।
जब भी पंचायत कर्मियों इस संबंध में चर्चा की जाती है। नल कनेक्शन धारियों द्वारा बिल नही देने की बात कही जाती है।
विगत 2 माह से नल में पानी की एक बूंद तक नहीं टपकी है। वार्डवासियों को निजी जल स्रोतों व पानी के टैंकर का सहारा लेना पड़ता है। जल संकट को लेकर कई बार जनप्रतिनिधियों को भी अवगत कराया गया है। सुनने वाला कोई नहीं है।
– सोहेल खान, रहवासी,पटेल सेरी , बेरछा ग्रामजिम्मेदारों का कहना है
आपके द्वारा मुझे इस समस्या से अवगत कराया गया है। जिन वार्डो में पाईप लाईन को लेकर कमीयां है। उन्हें दूर कर पानी पहुंच सके ऐसी व्यवस्था शीघ्र की जाएगी।
– वी.एस. चौहान, कार्यपालन यंत्री, लोक स्वास्थ्य यंत्रिकी विभाग, शाजापुर