नगर निगम ने 7 मैरिज गार्डन को थमाए नोटिस, तीन दिन में कागजात दिखाने का कहा
उज्जैन, अग्निपथ। खाकचौक से लेकर मंगलनाथ मंदिर तक बने 7 मैरेज गार्डन को नगर निगम ने गुरुवार को नोटिस थमा दिए है। नगर निगम ने इनसे तीन दिन में गार्डन संचालन की अनुमति के दस्तावेज दिखाने और अनुमति नहीं होने पर निर्माण हटा लेने को कहा है। नगर निगम द्वारा एकाएक की गई इस कार्रवाई से गार्डन संचालकों में खासा हडक़ंप मचा है।
सिंहस्थ 2016 के समाप्त होने के बाद से ही मंगलनाथ रोड पर कई सारे मैरेज गार्डन खुल गए है। इनमें से ज्यादातर गार्डन आस्था के प्रतीक उन स्थानों पर बने है जहां मंदिर और वैष्णव साधु-संतो के अखाड़े है। जिन जगहों पर अनादीकाल से ही भगवान के भजन गूंजा करते थे अब वहां डीजे पर मुन्नी बदनाम हुई डार्लिंग तेरे लिए जैसे गाने बजाए जाते है।
कृषि जमीन का व्यावसायिक उपयोग
खास बात यह है कि इनमें से एक भी गार्डन को क्षेत्र में संचालन की विधिवत अनुमति नहीं मिली हुई है। सभी गार्डन कृषि उपयोग की जमींन पर बने हैं और जमींन का व्यवसायिक उपयोग किया जा रहा है।
इन गार्डन संचालकों को दिए नोटिस
नगर निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल के निर्देश के बाद नगर निगम के जोन क्रमांक 1 से शुभ-लाभ गार्डन, तिरूपति गार्डन, वैदेही परिसर, शगुन-शहनाई सहित दो अन्य गार्डन के संचालकों को गुरूवार को नोटिस दिए गए। गार्डन संचालकों को 3 दिन के भीतर अपना पक्ष नगर निगम जोन कार्यालय में सक्षम अधिकारी के समक्ष रखने को कहा गया है।
अब बारी ढाबे वालों की
नगर निगम जोन क्रमांक 1 से जुड़े सूत्र बताते है कि अगले एक या दो दिन में मंगलनाथ रोड़ पर कृषि उपयोग की जमींन पर बिना अनुमति संचालित हो रहे ढाबों के लिए भी नोटिस जारी हो सकते है। इनमें से तीन ढाबे का तो सीधे-सीधे भाजपा नेताओं से ही कनेक्शन है।