आर्थिक अपराध शाखा ने मांगी जानकारी, 2018 के पौने दो करोड़ के टेंडर से जुड़े सारे दस्तावेज मांगे
उज्जैन, अग्निपथ। कबाड़ के लोहे से शहर के विभिन्न स्थलों पर कलाकृतियां बनाने का 2 साल पुराना मामला एक बार फिर से चर्चाओं में आ गया है। आर्थिक अपराध शाखा ने हाल ही में नगर निगम आयुक्त को पत्र लिखकर 1 करोड़ 76 लाख रूपए की लागत से हुए इस कार्य की संपूर्ण जानकारी तलब की है। आर्थिक अपराध शाखा स्क्रेप से आर्ट के खेल में हुई भ्रष्टाचार संबंधी शिकायत की जांच कर रही है।
आर्थिक अपराध शाखा के निरीक्षक अजय कुमार सनकत ने नगर निगम आयुक्त को 14 जून को जानकारी संबंधी पत्र भेजा था। नगर निगम में इस पत्र के भेजे जाने के बाद अपर आयुक्त सामान्य प्रशासन ने प्रभारी अधीक्षण यंत्री रामबाबू शर्मा से प्रकरण की पूरी जानकारी तलब की है। गौरतलब है कि सितंबर 2018 में नगर निगम में वेस्ट या स्क्रेप(कबाड़) से स्कल्पचर निर्माण का काम करवाने का टेंडर जारी किया गया था।
5 दिसंबर 2018 को इस टेंडर की निविदा खोली गई, इसी दिन निविदा समिति के समक्ष इसे प्रस्तुत कर दिया गया। इसी दिन निविदा समिति ने इसे मंजूरी दे दी और एक ही दिन में टेंडर लेने वाली फर्म को वर्क आर्डर भी जारी हो गया था। इतनी तेजी से टेंडर प्रक्रिया पूरी हो जाने की प्रक्रिया ने ही इस टेंडर को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया था।
आर्थिक अपराध शाखा ने मांगी ये जानकारी
- सितंबर 2018 में हुए वेस्ट टू आर्ट टेंडर के डाक्यूमेंट किस आधार पर बनाए गए?
- इस कार्य का अनुमान पत्रक बनाने का आधार क्या रखा गया था?
- 5 अक्टूबर 2018 को ऐसी क्या जल्दी थी कि एक दिन में ही टेंडर खोलने से लेकर इसकी मंजूरी और वर्क आर्डर जारी करने तक की प्रक्रिया पूरी कर ली गई।
- क्या बनाए गए आर्ट ओरिजनल थे या इन्हें दूसरे शहरों से कॉपी करके लगाया गया था?
- जो स्कल्पचर लगाए गए, उनकी प्री अप्रूवल ली गई थी या नहीं?
- 12 अप्रैल 2021 को यह योजना अचानक बंद क्यों कर दी गई। टेंडर लेने वाली फर्म को कुल कितना भुगतान किया गया?
इनका कहना
फिलहाल मैं अवकाश पर हूं। अवकाश से वापस लौटने के बाद ही इस केस से जुड़ी कोई जानकारी साझा कर सकता हूं। लेटर तो भेजा था, जानकारी आई या नहीं, ये फिलहाल नहीं मालूम।
– अजय कुमार सनकत, निरीक्षक आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ