उज्जैन, अग्निपथ। विद्यापति नगर के एक घर पर कार सीज करने पहुंचे फायनेंस कंपनी के कर्मचारियों ने गुरुवार शाम खूब हंगामा किया। गुंडो जैसा व्यवहार किए जाने के बाद इलाके के लोग इकठ्ठा हो गए और कंपनी कर्मचारियों को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा।
यह वाकया शाम करीब 4 बजे का है। विद्यापति नगर में रहने वाले एड्वोकेट ब्रह्मदेव सिंह ने इएसएसके फिन कॉर्प कंपनी से एक आर्टिगा कार फायनेंस कराई थी। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान संक्रमित हुए एडवोकेट ब्रह्मदेव सिंह का 9 मई को निधन हो चुका है। इससे कुछ दिन पहले उनके बड़े भाई यशपाल सिंह का भी 26 अप्रैल को कोरोना से निधन हो चुका था।
परिवार के अन्य लोग भी कोरोना संक्रमित हो गए थे। इसी वजह से परिवार आर्टिगा गाड़ी की किश्त नहीं भर सका। गुरुवार शाम फायनेंस कंपनी के कर्मचारी मनीष ठाकुर और अनिल रावत विद्यापति नगर में ब्रह्मदेव सिंह के घर पहुंचे और कार को सीज कर उसे क्रेन की मदद से ले जाने लगे।
ब्रह्मदेव सिंह के भतीजे सम्राटसिंह ने उन्हें बताया कि बकाया किश्त जल्द भरवा दी जाएगी लेकिन फायनेंस कंपनी के कर्मचारी मानने को तैयार नहीं थे। ये लोग गुंडागर्दी पर उतर आए। कर्मचारियों की गुंडागर्दी के बाद इलाके के लोग जमा हो गए और इन पर गाड़ी छोडऩे का दबाव बनाया। ब्रह्मदेव सिंह के परिवार ने इस मामले की शिकायत पुलिस से भी की है।