उज्जैन, अग्निपथ। नगर निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल तकरीबन एक सप्ताह की छुट्टी पर अपने गृह राज्य राजस्थान जाने वाले हैं। इस बात की पूरी संभावनाएं है कि आयुक्त जब वापस लौटे तब तक उन्हें शासन किसी अन्य महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी सौंप दे, लिहाजा आयुक्त के अवकाश पर जाने से पहले नगर निगम में लंबित भुगतानों की फाइलों को तैयार करवाया गया है। अकेले गुरुवार को ही ऐसी करीब 12 करोड़ रुपए भुगतान की फाइलें तैयार की गई है। इनमें से हस्ताक्षर किसी पर भी नहीं हुए हैं।
नगर निगम में कई ठेकेदारों का पिछले साल अगस्त-सितंबर तक का भुगतान रुका हुआ है। कोविड के कारण नगर निगम की आर्थिक सेहत ठीक नहीं है और वसूली भी पर्याप्त नहीं हो पाई है। इसी वजह से ठेकेदारों का एक-एक साल तक भुगतान रोके जाने की स्थितियां बनीं।
अब खुद आयुक्त ही चाहते हैं कि उनके अवकाश पर जाने से पहले ज्यादातर लंबित मामले निपटा दिए जाए। यही वजह है कि उन्होंने गैर विवादास्पद सभी भुगतान की फाइलों को तैयार करने के लिए लेखा शाखा को निर्देशित किया है। आयुक्त क्षितिज सिंघल शुक्रवार से ही अवकाश पर जाने वाले थे लेकिन उन्होंने शनिवार दोपहर को टी.एल. बैठक बुला ली है, लिहाजा माना जा रहा है कि वे टीएल बैठक लेने के बाद ही अवकाश पर जायेंगे।