उज्जैन। आचार्य ऋषभ चन्द्र सुरीजी महाराज का अस्थि कलश मुनिश्री मालव भूषण पीयूष विजय महाराज की प्रेरणा से उज्जैन लाया गया। गाजे बाजे से मोक्ष दायनी क्षिप्रा नदी के रामघाट पर ले जाया गया।
ट्रस्ट मंडल के सदस्यों ने कलश की अगवानी की। गुरु को अश्रुपूरित नेत्रों से अंतिम विदाई दी। विशेष रूप से विजय गादिया परिवार, पारस अनीता गादिया, मनोज अंजू सुराणा, संजय नाहर, नरेश श्वेता भंडारी, प्रसन्न जैन, प्रकाश गोखरू, अभय लुक्कड़, भोला जैन, धर्मेंद्र साधना जैन, अजित पगारिया,प्रदीप गादिया,ललित श्रीमाल, चन्द्रप्रकाश डागा, अशोक कोठारी, नग राज कोठारी, अभय मेहता, पारस आंचलिया, अरविंद कोठारी, दिलीप व्यास, चंदन केसर सिंगजी, दीपक पंडित, बाबू भाई, महेंद्र भाई, विकास गादिया, ऐश्वर्य सुराणा, जय जैन उपस्थित रहे। जानकारी मनोज अंजू सुराणा ने दी।