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सचिव को हटाना मेरे अधिकार में नहीं : हरभजनका
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जिसने गठन किया है वही कार्रवाई करे : अग्रवाल
उज्जैन। कृषि उपज मंडी समिति में किसान की उपज कम तौलने को लेकर मंडी में व्यापारी दो गुटों में बंट गए हैं। एक गुट मंडी की साख को बचाए रखने के लिए सचिव को पद से हटाने की वकालत कर रहा है। वहीं दूसरा गुट व्यापारी को दोषी सिद्ध नहीं होने तक कोई भी कार्रवाई नहीं करने की बात कह रहा है।
मामला सामने आने के बाद कुछ व्यापारियों ने अनाज तिलहन व्यवसायी संघ के अध्यक्ष मुकेश हरभजनका को पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने सचिव विजय कोठारी को तब तक पद से हटाने की मांग की थी। जब तक उनकी फर्म पर लगे आरोप की जांच चल रही है। निमेश अग्रवाल समेत अन्य व्यापारियों का कहना था कि अगर कोठारी की फर्म पर लगे आरोप अगर गलत सिद्ध होते हैं तो वे फिर से पद पर आ सकते हैं।
सुझाव पर संघ के अध्यक्ष मुकेश हरभजनका का कहना है कि मंडी में किसान की उपज तौलने का काम मंंडी समिति के तुलावटी करते हैं। उनकी देखरेख में ही किसान की उपज तौलने के बाद मंडी के व्यापारी के सुपुर्द की जाती है। व्यापारी के ऊपर लगे आरोप की जांच भी अभी चल रही है। इसलिए उनको पद से हटाने की बात कहना ठीक नहीं है। न ही उन्हें पद से हटाना मेरे अधिकार में है।
वहीं इस मामले में निमेश अग्रवाल का कहना है कि मंडी की छवि को बचाने के लिए हम लोगों ने यह सुझाव दिया था। मंडी की कार्यकारिणी का गठन अध्यक्ष ने किया है। अध्यक्ष को सचिव को हटाने का फैसला लेना है।
एक लाख रुपए साल का कांटा सुधारक को देती है मंडी समिति
अध्यक्ष मुकेश हरभजनका का कहना है कि मंडी समिति मंडी के तौल कांटों को सुधारने के लिए हर साल एक लाख रुपए तौल कांटे सुधारक को देती है। उसकी जिम्मेदारी होती है कि वह मंडी के सभी कांटों की जांच करे। जो कांटा खराब हो या जिसमें गड़बड़ी हो उसे सुधारे। वहीं मंडी में तुलावटी किसान की उपज को तौलते हैं। अगर किसी व्यापारी का कांटा खराब है या कम वजन तौलता है तो उसे उस कांटे से वजन नहीं तौलना चाहिए। तत्काल ही साफ इनकार कर देना चाहिए। हम चाहते हैं कि किसी भी किसान का सौ ग्राम भी कम अनाज नहीं तौला जाना चाहिए। इसकी जिम्मेदारी मंडी समिति की है।
इन व्यापारियों ने दिया था सचिव को हटाने का सुझाव
अनाज तिलहन संघ के सचिव विजय कोठारी को पद से हटाने के लिए निमेष अग्रवाल, हजारीलाल मालवीय, संतोष गर्ग, दीपक लाठी, राहुल हेड़ा, जितेंद्र अग्रवाल ने अध्यक्ष मुकेश हरभजनका को पत्र लिखा था। इस पत्र का जवाब उन्हें हरभजनका ने दे दिया है। वहीं जवाब मिलने के बाद निमेष अग्रवाल आदि ने अध्यक्ष पर ही कोठारी को पद से हटाने की जिम्मेदारी डाली है।