वैक्सीनेशन सार्टिफिकेट और मैसेज देखने के लिए कम्प्यूटर आपरेटरों की लगाई ड्यूटी
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में कल सोमवार से भगवान महाकाल के दर्शन शुरू हो जाएंगे। इसके लिए मंदिर प्रबंध समिति ने कम्प्यूटर आपरेटरों की चार नंबर गेट और महाकाल प्रवचन हॉल में ड्यूटी लगाई है। लेकिन आपरेटर आफलाइन अनुमति देखेंगे, जिसके चलते प्रवेश के दौरान श्रद्धालु का पूरी तरह से वेरिफिकेशन नहीं हो पाएगा। इसका अनुचित लाभ भी कतिपय लोगों द्वारा उठाया जाएगा। ऐसे में अनुमति रसीद पर बने बारकोड से ऐसे लोगों को पकड़ा जा सकता है। लेकिन फिलहाल मंदिर प्रबंध समिति द्वारा आपरेटरों को ऐसे कोई आदेश नहीं दिए गए हैं।
शनिवार को मंदिर प्रबंध समिति द्वारा कम्प्यूटर आपरेटर लोकेश कुहीकर, दिनेश बैंडवाल, भगवान परमार, सिद्धार्थ छोकर, कमलेश सिसौदिया, मुकेश मौर्य, अखिल खंडेलवाल, सौरभ ओझा, दिनेश बैंडवाल और मनीष शर्मा की ड्यूटी चार नंबर गेट और महाकाल प्रवचन हॉल गेट पर लगाने संबंधी निर्देश प्रदान किए गए।
सभी आपरेटरों को आफलाइन वैक्सीनेशन सार्टिफिकेट, अनुमति रसीद, मैसेज, आरटी पीसीआर रिपोर्ट देखकर श्रद्धालुओं को प्रवेश देने संबंधी निर्देश दिए गए हैं। आज इन आपरेटरों को बुलाया गया है। लेकिन श्रद्धालुओं को उक्त अनुमतियां देखकर प्रवेश दे दिया जाएगा जिसमें हेराफेरी की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
हालांकि कलेक्टर आशीषसिंह ने इस गलती का एहसास होने पर महाकाल दर्शन ऐप और एनआईसी की वेबसाइट पर नोटिफिकेशन डालकर ऐसा करने के वालों के विरुद्ध धारा-188 और 420 में प्रकरण दर्ज करने की चेतावनी दी है।
बार कोड स्कैन नहीं तो होगी धांधली
महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा एक दिन में 3500 श्रद्धालुओं को प्रवेश देने का टारगेट रखा गया है। लेकिन ऐसे भी कई श्रद्धालु बाहर से आएंगे जिन्होंने अनुमति नहीं करवाई है। ऐसे श्रद्धालु येन केन प्रकारेण भगवान महाकाल के दर्शन करने के लिए अन्य युक्तियों को आजमाएंगे। श्रद्धालुओं को मैसेज के साथ ही आनलाइन अनुमति रसीद भी जारी की गई है, जिसमें बारकोड भी डला हुआ है। यदि इन बारकोड को स्कैन करने की व्यवस्था मंदिर प्रबंध समिति द्वारा करवा दी जाए तो इस प्रकार की धांधलियों से बचा जा सकता है।