कनाडा से दर्शन करने आई महिला
गर्भगृह और नंदी हॉल में एंट्री की अनुमति नहीं
श्रद्धालुओं को मंदिर के गर्भगृह एवं नंदी हॉल में प्रवेश की अनुमति नहीं है। पहले दिन 3500 श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाएगा। मंदिर में उन्हीं को प्रवेश दिया जाएगा, जो कोविड वैक्सीन का एक डोज ले चुके हैं या जिनकी 48 घंटे पहले कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट आई है। उधर, आज दर्शन की शुरुआत होते ही एक स्थानीय भाजपा नेता सिक्योरिटी गार्ड से गेट नंबर 4 पर विवाद करने लगा। भाजपा नेता ने मंदिर के कर्मचारियों से अभद्रता भी की।
दूसरी लहर शुरू होते ही 9 अप्रैल को मंदिर श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया था। इसके बाद आज महाकाल मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोला गया है। महाकाल के दर्शन के लिए उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव और अन्य नेता भी पहुंचे।
7 स्लॉट बनाए गए हैं
उज्जैन महाकाल मंदिर की प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक आरके तिवारी ने बताया, मंदिर सोमवार सुबह छह बजे से श्रद्धालुओं के लिए खुला है। हर दिन सुबह छह से शाम आठ बजे तक 3 हजार 500 श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। इसके लिए दो-दो घंटे के 7 स्लॉट बनाए गए हैं और एक स्लॉट में केवल 500 लोगों को प्रवेश की अनुमति दी जा रही है।
महाकाल मंदिर में 1 जुलाई तक बुकिंग फुल
महाकालेश्वर मंदिर में ऑनलाइन बुकिंग से ही प्रवेश दिया जा रहा है। इसके लिए मंदिर के मोबाइल ऐप या वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन बुकिंग अनिवार्य है। रोज 3500 श्रद्धालुओं को ही प्रवेश मिलेगा। रविवार शाम 6 बजे तक 1 जुलाई तक बुकिंग फुल हो चुकी है। 2 जुलाई में 1820 और 3 जुलाई में 1665 श्रद्धालु बुकिंग करा चुके हैं। 4 जुलाई में डेट खुली है। लेकिन बुकिंग नहीं हो पा रही। गर्भगृह और नंदी गृह में प्रवेश नहीं हो रहा है। नंदी गृह के पीछे बैरिकेड्स से दर्शन कराए जा रहे हैं। भस्म आरती और शयन आरती में प्रवेश नहीं दिया गया।
दर्शन के लिए यह जरूरी
- ऑनलाइन बुकिंग
- वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट (एक डोज भी चलेगा) या फिर 48 घंटे पहले कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट