74 दिनों तक बुझाई हजारों कंठों की प्यास बडऩगर (अजय राठौड़), अग्निपथ। चिलचिलाती गर्मी और तपती दोपहर में ठंडे पानी की तलाश हर राहगीर को होती है। ऐसे में सार्वजनिक स्थानों पर नि:स्वार्थ भाव से मिलने वाला शीतल जल किसी वरदान से कम नहीं। बडऩगर रेलवे स्टेशन पर रेल उपभोक्ता […]