उज्जैन, अग्निपथ। मोहर्रम जुलूस के दौरान शनिवार-रविवार रात घोड़ा बड़ा में बड़ी संख्या में लोग प्रतिबंधित मार्ग में घुसने लगे। पुलिस ने इस मार्ग में न जाने के लिए बैरिकेड्स लगाए थे, लेकिन भीड़ ने बैरिकेड्स तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, पर वे नहीं माने। इस दौरान बैरिकेड्स गिरने से दो पुलिसकर्मी घायल भी हो गए। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को तत्काल लाठीचार्ज करना पड़ा, जिसके बाद भीड़ तितर-बितर हुई।
जीवाजीगंज पुलिस थाने में आयोजक के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। सीसीटीवी फुटेज देखकर अन्य लोगों के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज किए जाएंगे।
एसपी ने बताया क्या हुआ मोहर्रम जुलूस में
पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया कि मोहर्रम जुलूस के व्यवस्थित आयोजन के लिए पिछले 10 दिनों से आयोजकों से कंट्रोल रूम और थाना स्तर पर बात की जा रही थी। सभी को निर्धारित रूट पर जाने के लिए पाबंद किया गया था। बैठक में तय हुए रूट और व्यवस्थाओं पर सभी ने अपनी सहमति दी थी।
इसके बावजूद कुछ लोगों ने व्यवस्थाएं बिगाड़ने की कोशिश की। बैरिकेड्स तोड़कर उन्होंने अदालपुरा की तरफ जाने का प्रयास किया। वे प्रतीकात्मक घोड़ा लेकर सीधे बैरिकेड्स से बंद किए रास्ते में घुस गए। पुलिस ने रोका, लेकिन नहीं माने और बैरिकेड्स तोड़ दिए।
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अन्य को भी आरोपी बनाया जाएगा
घटना के बाद जीवाजीगंज थाने पर आयोजक इरफान खान सहित 15 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया जाएगा। एसपी शर्मा ने बताया कि मोहर्रम जुलूस आयोजक के खिलाफ प्रतिबंधित मार्ग पर जाने, लोक सेवक के आदेश का पालन नहीं करने, लोक सेवक के काम में बाधा बनने सहित बीएनएस की धारा 191, 192, 186 और 188 के तहत प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस ने जब हल्का बल प्रयोग किया तो लोग घोड़े को छोड़कर भाग गए।