धार, अग्निपथ। पुलिस महानिरीक्षक (IGP) अनुराग सिंह मंगलवार को वार्षिक निरीक्षण के लिए धार पहुंचे, जहाँ उन्होंने परेड की सलामी ली लेकिन पुलिस लाइन में वाहनों के रखरखाव पर कड़ा असंतोष व्यक्त किया। एसपी मयंक अवस्थी और वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा स्वागत के बाद, IGP ने पाया कि कई पुलिस वाहनों के शीशों पर लगी जालियों पर जंग लगी थी और उन पर लंबे समय से पेंट नहीं किया गया था। वाहनों की लॉग बुक भी अधूरी पाई गईं।
वाहन निरीक्षण के दौरान एक चालक द्वारा टूलकिट का सामान ग्रीन कपड़े के बजाय सीधे जमीन पर रखने पर आईजीपी सिंह ने नाराज़गी ज़ाहिर की और मौके पर ही एमटी शाखा प्रभारी उपनिरीक्षक विष्णु पंवार को फटकार लगाई। उन्होंने ड्यूटी पर तैनात सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि वे सभी वाहनों की समय पर मरम्मत और उचित देखभाल सुनिश्चित करें।
इसके बाद मांडू रोड स्थित सामुदायिक भवन में सैनिक सम्मेलन का आयोजन किया गया, जहाँ आईजीपी सिंह ने पुलिसकर्मियों की व्यक्तिगत समस्याएं सुनीं। आरआई पुरषोत्तम विष्णोई ने चौकियों पर भी सीसीटीएनएस सॉफ्टवेयर और टैबलेट उपलब्ध कराने की मांग रखी, जिस पर आईजीपी ने एक से दो महीने में चौकियों तक टैबलेट पहुंचाने का आश्वासन दिया। धामनोद क्षेत्र के गणेश घाट पर लगातार हो रहे हादसों के मद्देनज़र, थाना प्रभारी ने अतिरिक्त पुलिस बल की मांग की, जिस पर एसपी अवस्थी ने जल्द बल उपलब्ध कराने का भरोसा दिया।
पुलिसकर्मियों को संबोधित करते हुए आईजीपी अनुराग सिंह ने उन्हें तनाव से दूर रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि “तनावमुक्त रहेंगे तो आप अपने काम पर बेहतर ध्यान दे पाएंगे। नौकरी और परिवार के बीच संतुलन बनाए रखें।” उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को अधीनस्थ कर्मचारियों से संवाद बढ़ाने और उनकी समस्याएं सुनने का निर्देश दिया, ताकि कार्यस्थल पर सकारात्मक माहौल बन सके। आईजीपी सिंह ने पुलिसकर्मियों से जनता के साथ संवाद के दौरान अपने व्यवहार में बदलाव लाने और उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुनने की अपील की, जिससे जनता का विश्वास बढ़ेगा।
सैनिक सम्मेलन के बाद, आईजीपी सिंह ने रक्षित निरीक्षक कार्यालय, लर्निंग सेंटर और पुलिस हॉस्पिटल का निरीक्षण किया। उन्होंने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर विभिन्न शाखाओं की फाइलें और रजिस्टर जांचे तथा कर्मचारियों से सवाल-जवाब कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
