उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन जिले की महिदपुर तहसील में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक व्यक्ति ने जमीन नामांतरण के एक मामले में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के परिवार और CM Office के नाम का इस्तेमाल कर अधिकारी को धमकाने का प्रयास किया। हालांकि, उसकी यह गलती उसे भारी पड़ गई और पुलिस ने उसे थाने बुलाकर कड़ी फटकार लगाई। बाद में उस व्यक्ति ने लिखित में माफीनामा दिया।
क्या था CM Office के नाम इस्तेमाल का पूरा मामला?
महिदपुर थाना टीआई नरेंद्र सिंह परिहार ने बताया कि महिदपुर निवासी संजय आचार्य ने तहसीलदार अनिरुद्ध मिश्रा को जमीन नामांतरण के एक मामले में सीएम हाउस का नाम लेकर धमकी भरे लहजे में अपना काम करवाने के लिए दबाव बनाया था। तहसीलदार को तुरंत यह महसूस हुआ कि CM Office से इस तरह की बात नहीं की जा सकती। उन्होंने उस मोबाइल नंबर का पता लगाया जिससे कॉल आया था। जांच में पता चला कि वह मोबाइल नंबर राजेश यादव नामक व्यक्ति का है।
इस पर तहसीलदार ने वापस फोन लगाया और राजेश यादव से बात की, तो उसने बताया कि उसके फोन से संजय आचार्य ने बात की थी। इसके बाद तहसीलदार ने महिदपुर थाने पर टीआई एनएस परिहार को मामले की जानकारी दी और राजेश यादव व संजय आचार्य दोनों को थाने पर बुलाया। दोनों ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए माफीनामा लिखा। इसके बाद उन्हें थाने से भेज दिया गया।
पुलिस की कड़ी नजर
पुलिस ऐसे लोगों पर पैनी नजर रख रही है जो फर्जी तरीके से प्रभावशाली लोगों का नाम लेकर अपने अनैतिक हितों को साधने में लगे हैं। पुलिस ने बताया कि आचार्य पर पूर्व में भी आपराधिक रिकॉर्ड दर्ज हैं। तहसीलदार ने बताया कि फोन पर कुछ लोगों ने प्रभाव जमाकर अपना हित साधने की कोशिश की थी, लेकिन जब उन्हें थाने पर बुलाया गया तो उन्होंने माफी मांगी। यह घटना उन लोगों के लिए एक सबक है जो गलत तरीके से सरकारी अधिकारियों पर दबाव बनाने की कोशिश करते हैं।