पति को नई जिंदगी देने के लिए पत्नी ने खतरे में डाली अपनी जान

Jaora wife donate kidney to husband

गुजरात में हुआ किडनी ट्रांसप्लांट, गांवभर ने पति पत्नी के लिए की दुआएं

जावरा (रतलाम), अग्निपथ। भारतीय संस्कृति में एक पत्नी अपने पति के लिए उपवास से लेकर अपना सब कुछ न्यौछावर कर सकती हैं। इसी बात को ग्राम सिमलावदा के एक पाटीदार परिवार की बहू ने चरितार्थ किया है। पति की दोनों किडनी खराब हो गईं तो पत्नी ने अपनी किडनी देकर उनका जीवन बचाया है।

ऑपरेशन में किसी प्रकार से विघ्न न हो और दोनों स्वस्थ रहें, इसके लिए पूरे गांव ने मिलकर अम्बे माता मंदिर में यज्ञ, शिव मंदिर में महाभिषेक और हनुमान मंदिर में सुंदरकांड का आयोजन किया। तीनों मंदिरों में पूरा गांव एकत्रित हुआ।
गांव सिमलावदा में लक्ष्मण पाटीदार (45 वर्ष) किसान हैं। पत्नी चंद्रकला के साथ 17 वर्षीय बेटी और 14 वर्षीय बेटा है। परिवार के सदस्यों ने बताया कि लक्ष्मण करीब 4 महीने पहले एक दिन खेत से लौटे और शाम को अचानक काफी बीमार हो गए।

पत्नी और परिजन रतलाम में अस्पताल लाए तो जहां जांच के दौरान किडनी में अत्याधिक समस्या होने पर डॉक्टरों ने तुरंत इंदौर जाने की सलाह दी। डॉक्टरों ने बताया कि दोनों किडनी सिकुड़ गई हैं। इंदौर में 2 महीने तक डॉयलिसिस होता रहा। इस बीच डॉक्टरों ने बताया कि अब केवल किडनी ट्रांसप्लांट से ही जान बच सकती है।

पत्नी चंद्रकला ने अपनी किडनी देने की पेशकश की। परिवार ने समझाया तो पत्नी ने कहा कि या तो पति-पत्नी साथ जियेंगे या साथ मरेंगे। पत्नी की जिद की आगे सभी ने हार मान ली। इसके बाद परिवार उन्हें लेकर गुजरात के नडिय़ाद पहुंचा जहां अस्पताल में पत्नी की जांच की गई तो दोनों की किडनी मैच भी हो गई। तभी से 2 महीने तक पति और पत्नी दोनों को भर्ती कर, सर्जरी के लिए दोनों को जरूरी दवा आदि देकर तैयारी शुरू की गई।

आपरेशन शुरू होने से पहले इकट्ठा हुआ पूरा गांव

जावरा। पाटीदार दंपति के जल्द स्वास्थ लाभ की कामना से ग्रामीणों ने गांव के मंदिरों में हवन पूजन किया।

किडनी ट्रांसप्लांट का ऑपरेशन 22 सितंबर को किया गया। गुजरात में इनका ऑपरेशन प्रारंभ होने से पहले ही सिमलावदा में ग्रामीण एकत्रित हो गए। गांव के अम्बे माता मंदिर में सर्जरी सफल होने और दोनों के स्वस्थ होने की प्रार्थना के साथ यज्ञ किया गया जिसमें कई लोगों ने आहुतियां दी।

शिव मंदिर में रुद्राभिषेक के साथ महामृत्युंजय जाप और हनुमान मंदिर में सुंदरकांड का पाठ हुआ। पूजन और प्रार्थना के बीच ही खबर मिली कि गुजरात में ऑपरेशन पूरा हो गया है। अब आने वाले 2-3 महीने वे दोनों वहीं भर्ती रहेंगे। इसके बाद स्वस्थ होने पर दोनों को घर भेजा जाएगा। इधर सोशल मीडिया पर भी परिवार के लोगों की आर्थिक मदद करने के लिए प्रशासन से अपील की है।

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