उज्जैन, अग्निपथ। गुजरात के तीन लोगों ने कपड़ा व्यापारी से पहचान कर खुद को इलेक्ट्रानिक सामान का बड़ा व्यापारी होना बताया और ऑनलाइन 15 लाख खाते में जमा कराकर ठगी कर ली। कपड़ा व्यापारी की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच में लिया है।
खाराकुआं थाना पुलिस ने बताया कि मिर्जा नईम बेग मार्ग पर रहने वाले मयूर पिता गोपालदास अग्रवाल के साथ गुजरात अहमदाबाद के रहने वाले विजय झाला, भरत झाला और दिलीप राज ने इलेक्ट्रिानिक सामान के नाम पर 15 लाख की धोखाधड़ी की है। तीनों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उनकी जानकारी जुटाई जा रही है।
गिरफ्तारी के लिये एक टीम गुजरात भेजी जाएगी। मयूर अग्रवाल कपड़े का व्यवसाय करते हैं। 4 माह पूर्व उनकी पहचान विजय झाला से हुई थी। उसने खुद को इलेक्ट्रिानिक आयटम का बड़ा व्यापारी होना बताकर महाराष्ट्र, गुजरात, भोपाल में अपनी ब्रांच होना बताया था। उन्होंने ऑनलाइन पैसा जमा करने वाले सामान की डिलेवरी देने की बात कही थी।
मयूर ने उनसे ऑनलाइन लेपटॉप मंगवाया, जो बाजार से कम दाम में उनके द्वारा भेजा गया। उसके बाद मोाबइल मंगवाये गये। वह भी मिल गये। उनके बीच व्यवसाय का शुरू हो गया। लेकिन कुछ दिनों बाद जब ज्यादा सामान का आर्डर दिया गया तो तीनों ने मिलकर 15 लाख जमा कर लिये और सामान नहीं भेजा।
जब उनसे संपर्क करने का प्रयास किया तो उन्होंने मयूर का नम्बर बैल्क लिस्ट में डाल दिया। जब कई दिनों तक संपर्क नहीं हुआ तो मामले की शिकायत थाने पहुंचकर की गई। पुलिस ने जांच के बाद तीनों के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया है।
तीनों से पुजारी ने मिलवाया था
मयूर अग्रवाल ने बताया कि वह प्रतिदिन गजलक्ष्मी मंदिर दर्शन करने जाते हैं। जहां पुजारी सागर शर्मा ने उन्हें विजय झाला, भरत और दिलीप राज से उनकी मुलाकात कराई और बड़ा व्यापारी होना बताया। तीनों ने अपना 2 करोड़ प्रतिदिन का टर्न ओवर होना बताया। उन्होंने कहा कि आप स्थानीय व्यापारियों से संपर्क करें, सामान हम भेज दिया करंेगे। उन्होंने 2 से 3 बाद सामान भी भेजा। जब उनको 15 लाख जमा कराये तो उनकी नीयत खराब हो गई।