नई दिल्ली। मोदी कैबिनेट का विस्तार इसी हफ्ते होने की अटकलों के बीच कई नेताओं का दिल्ली आना शुरू हो गया है। माना जा रहा है कि कैबिनेट विस्तार में कुछ वरिष्ठ नेताओं को जगह दी जा सकती है। इनमें से एक ज्योतिरादित्य सिंधिया भी इंदौर से दिल्ली के लिए निकल चुके हैं। इनके अलावा पूर्व असम सीएम भी मंगलवार को राजधानी पहुंचने वाले हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया पिछले साल मार्च में कांग्रेस को छोड़ बीजेपी में शामिल हुए थे। सिंधिया और सोनोवाल को कैबिनेट में जगह मिलने की सबसे ज्यादा संभावना जताई जा रही है। इनके अलावा जेडीयू नेता आरसीपी सिंह और लल्लन सिंह भी राजधानी दिल्ली आ रहे हैं। बता दें कि बीजेपी की सहयोगी जेडीयू को अभी तक कैबिनेट में कोई जगह नहीं मिली है।
पश्चिम बंगाल से सांसद निसिथ प्रमाणिक भी कैबिनेट में जगह पा सकते हैं। हमारे सहयोगी हिन्दुस्तान टाइम्स को मिली जानकारी के मुताबिक, वह पिछले कई दिनों से दिल्ली में ही हैं। बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, नए मंत्रियों का शपथग्रहण बुधवार शाम को हो सकता है। हालांकि, राष्ट्रपति भवन से अभी तक इसको लेकर कोई पुष्टि नहीं हुई है।
बीजेपी सूत्रों ने यह भी बताया कि मौजूदा 3-4 कैबिनेट मंत्रियों को हटाया भी जा सकता है। हालांकि, ये मंत्री कौन होंगे इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है लेकिन लंबे समय से अटकलें हैं कि राजनाथ सिंह को रक्षा मंत्री पद से हटाया जा सकता है।
केंद्रीय कैबिनेट में कुल 79 मंत्री हो सकते हैं, जिनमें से फिलहाल 53 ही हैं। इस तरह से 26 नए मंत्रियों के लिए पद खाली हैं।
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में यह पहला मौका है, जब कैबिनेट विस्तार की चर्चा चल रही है। इसकी वजह अगले साल 5 राज्यों में होने वाले चुनावों को भी माना जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक बीजेपी चाहती है कि इस विस्तार में क्षेत्रीय और सामाजिक संतुलन को साधा जा सके। खासतौर पर उत्तर प्रदेश, हिमाचल जैसे राज्यों को लेकर पार्टी चिंतित है।