श्मशान घाट के अघोरी बाबा को लगाई चपत, पत्नी ने बंधक बनाने की शिकायत सीएम योगी से की
उज्जैन,अग्निपथ। गाजियाबाद के युवक को चक्रतीर्थ के अघोरी बाबा के इंदौरी भक्त के कब्जे से यूपी पुलिस जीवाजीगंज थाने की मदद से छुड़ाकर ले गई। युवक को 1 करोड़ रुपए दान दिलवाने का झांसा देकर 21 लाख ठगने पर वसूली के लिए बंधक बनाया था। उसकी पत्नी द्वारा यूपी सीएम को शिकायत करने पर मामला उल्टा पड़ गया।
गाजियाबाद निवासी अनुज प्रकाश पिता ओमप्रकाश(27)यूएसए के बोस्टर में फेसबुक का अधिकारी बताकर चक्रतीर्थ के बमबम नाथ बाबा से दर्शन के बहाने मिला। नाम दीक्षा लेकर एनआरआई से एक करोड़ रुपए दान दिलवाने का झांसा दिया। इस पर बाबा ने उनके इंदौर एमआर 10 स्थित मंदिर व्यवस्थापक धीरज से मिलवाया।
अनुज ने उसे 7 जुलाई को प्लेन से गाजियाबाद बुलाया। वहां एक करोड़ दान के लिए 21 लाख रुपए प्री-टैक्स देना बताया। फांसने के लिए उसे पटना में आश्रम के लिए जमीन भी दिखा दी। भरोसे में धीरज ने नकदी व खाते के जरिए उसे 21 लाख रुपए दे दिए। रुपए मिलते ही अनुज विदेश जाने के बहाने गायब हो गया।
गुरुपूर्णिमा पर फिर बाबा के पास आया तो ठगी का राज खुलने पर भक्तों ने उसे पकड़ लिया। इस पर उसकी पत्नी ज्योति ने कवि नगर थाने में अपहरण की आशंका जताते हुए रिपोर्ट कर दी। गंभीर मामला होने पर एसआई देवेंद्रसिंह 11 सदस्यीय टीम के साथ बुधवार रात उज्जैन आए। यहां जीवाजीगंज टीआई गगन बादल ने टीम के साथ मिलकर अनुज को बरामद कर लिया। गुरुवार को उसके बयान व कार्रवाई के बाद टीम उसे लेकर रवाना हो गई।
पुलिस को अंधेरे में रखा
केस के बाद भी अनुज का पता नहीं चलने पर पत्नी ज्योति ने 30 जुलाई को यूपी सीएम की हेल्प लाइन पर शिकायत कर दी। लेकिन उसने कहीं भी अनुज द्वारा ठगी की जानकारी नहीं दी। नतीजतन पुलिस को उसे तलाशने में 11 दिन लग गए। एसआई देवेंद्रसिंह ने बताया कि अनुज पर गाजियाबाद में भी ठगी के केस हैं। मामला छिपाने पर ज्योति से भी पूछताछ करेंगे।
ऐसे हुआ ठगी का खुलासा
अनुज के गुरुपूर्णिमा पर पुन: उज्जैन आने पर बाबा ने दान की राशि का पूछा तो वह काफी समय टालते रहा। शक होने पर धीरज ने इंदौर के कनाडिय़ा स्थित एसबीआई की वैभव नगर ब्रांच के खाते की जांच की। पता चला अनुज ने फ्रॉड किया है। इस पर धीरज उसे लेकर बाबा के पास आया था। यहां भक्तों ने उसके साथ मारपीट कर दी।