उज्जैन, अग्निपथ। रामघाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ में परिजनों से अलग हुई मासूम को होमगार्ड की एसडीईआरएफ टीम ने कुछ घंटों की तलाश के बाद मिलवा दिया। मासूम को देख परिजनों की आंखों में आंसू आ गये थे।
नागपंचमी के चलते रामघाट पर शुक्रवार को आस्था का सैलाब सुबह 4 बजे से दिखाई दे रहा था। बाहर से हजारों श्रद्धालु नहाने के लिये पहुंचे थे। इस बीच इलाहबाद से आई 7 वर्षीय मासूम को रोते हुए एसडीईआरएफ टीम के जवानों ने देखा। कारण पूछने पर माता-पिता के नहीं मिलने की बात मासूम ने कही। टीम की प्रभारी शीला चौधरी ने मासूम से परिजनों की जानकारी ली। जो इलाहबाद से आये हुए थे। कुछ देर तक उनकी तलाश करने के बाद मासूम से मिले मोबाइल नबर पर कॉल किया गया। भीड़ अधिक होने पर मासूम के परिजन भी उसकी तलाश में लगे थे। कॉल आते ही वह रामघाट चौकी पहुंचे। जहां मासूम को देख उनकी आंखो में आंसू आ गये। होमगार्ड टीम ने मासूम को परिजनों को सौंपा।