थाना प्रभारी का बालाघाट ट्रांसफर, निलंबन की मांग पर अड़ा परिवार
जावरा, अग्निपथ। ताल थाना प्रभारी की बदसलूकी से नाराज भाजपा नेता का परिवार बरसते पानी में भी ताल थाना परिसर के बाहर धरने पर बैठा है। पुलिस अधिकारी के निलंबन की मांग को लेकर तीन साल की बेटी के साथ परिवार बीते तीन दिन से धरने पर है। हालांकि इस बीच थाना प्रभारी का बालाघाट तबादला हो गया है।
थाना प्रभारी के रवैये से नाराज होकर परिवार के साथ धरने पर बैठे मंदसौर जिले के शामगढ़ के रहने वाले विमल राठौर वहां भाजयुमो के नगर अध्यक्ष हैं। राठौर ने बताया कि वह पिछले दिनों परिवार के साथ ताल थाना क्षेत्र स्थित मनुनिया महादेव के दर्शन करने आए थे। जहां उनकी गाड़ी पार्किंग के रास्ते में फंस गई थी। ट्रैफिक व्यवस्था देख रहे थाना प्रभारी अमित सारस्वत ने कार चला रहे विमल राठौर को थप्पड़ मार दिया।
बेवजह मारपीट करने का विरोध करने पर राठौर की पत्नी पिता और माता को भी थाना प्रभारी ने अपशब्द कहे थे। जिसकी शिकायत करने जब वे ताल थाना पहुंचे तो थाने पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उनकी शिकायत लेने से भी मना कर दिया। रतलाम पुलिस अधीक्षक कार्यालय में इस बारे में शिकायत करने के बाद भी पुलिस अधीक्षक द्वारा कार्रवाई नहीं की गई। इसके विरोध में राठौर के साथ पत्नी सपना राठौर भी अपने बच्चों के साथ यहां अनिश्चितकालीन धरने पर बैठी है। गुरुवार को तेज बारिश के बावजूद यह परिवार धरने पर बैठा हुआ है।
भूख हड़ताल शुरू
विमल राठौड़ का कहना है कि हम पिछले तीन दिनों से थाने के बाहर बैठे है जिसमे 3 साल की मासूम बच्ची भी है। राठौड़ का कहना है कि एक दिन हड़ताल पर थे और दो दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे हैं। हमारी मांग है कि थाना प्रभारी का ट्रांसफर कर के प्रमोशन देने के बजाए उनके निलंबन कार्रवाई की जाए जब तक उचित कार्रवाई नहीं होती तब तक हम अनशन पर बैठे रहेंगे। जब तक थाना प्रभारी अमित सारस्वत पर कार्रवाई नहीं होती है तब तक वह धरना स्थल से नहीं हटेंगे। किसी ने टेंट वाले को डराया तो टेंट ही खरीद लिया।
वहीं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले की जांच करवाने का आश्वासन भी दिया है। परिवार थाना प्रभारी अमित सारस्वत पर कार्रवाई की मांग को लेकर अड़ा हुआ है।
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