महाकाल प्रसाद यूनिट में 40 क्विंटल रोज लड्डू प्रसाद बनाने का दावा हुआ फेल

Mahakal prasad counter

पांच की जगह दो काउंटरों से मिल रहा लड्डू प्रसाद, दो दिन से 11 बजे खत्म

उज्जैन, अग्निपथ। त्योहारों का मौसम चल रहा है, लेकिन श्री महाकालेश्वर मंदिर में व्यवस्थाएं बार-बार ध्वस्त हो रही हैं। श्रावण मास समाप्त होने को है और भादौ शुरू होने को है। जिसके चलते मंदिर में बेतहाशा श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। श्रद्धालुओं को पर्याप्त मात्रा में विश्व प्रसिद्ध मंदिर से लड्डू प्रसाद उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। जबकि मंदिर प्रशासन 40 क्विंटल लड्डू प्रतिदिन बनाने का दावा कर रहा है।

श्री महाकालेश्वर मंदिर के लड्डू प्रसाद विश्व विख्यात हैं। मात्र 260 रुपए के शुद्ध घी के लड्डू यहां से खरीद कर श्रद्धालु अपने घर तक ले जा रहे हैं। बाहर के श्रद्धालु में तो इसका विशेष क्रेज है। श्रद्धालु एक की जगह 10- 10 पैकेट अपने घर ले जाते हैं। लेकिन मंदिर प्रशासन श्रद्धालुओं को पर्याप्त संख्या में लड्डू प्रसाद उपलब्ध नहीं करवा पा रहा। हाल ही में लड्डू प्रसाद यूनिट को एफएसएसएआई द्वारा शुद्धता के मामले में फाइव स्टार रेटिंग दी गई है।ै ऐसे में श्रद्धालुओं को शुद्धता वाला प्रसाद मंदिर प्रशासन द्वारा उपलब्ध नहीं करवाना कहीं ना कहीं व्यवस्था में ढील पोल नजर आ रही है।

मंदिर परिसर के दो काउंटर बंद

मंदिर में बेतहाशा बढ़ती भीड़ का फायदा मंदिर प्रशासन नहीं उठा पा रहा है और उसने मंदिर परिसर के दो काउंटरों को बंद कर रखा है। केवल निर्गम गेट, 4 नंबर गेट और विश्वात्मानंद अन्न क्षेत्र के पास स्थित काउंटर को खोल रखा है। इनमें भी कभी प्रसाद रहता है तो कभी श्रद्धालु भटकते रहते हैं। मंदिर का केवल एक काउंटर जोकि 4 नंबर गेट पर स्थित है। यहा पर हमेशा प्रसाद मिलता है। लेकिन विगत दो दिन से यहां पर भी लड्डू प्रसादी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है।

11 बजे लड्डू प्रसाद खत्म

महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के लड्डू यूनिट के प्रभारी प्रतिदिन 40 क्विंटल लड्डू प्रसाद बनाने का दावा कर रहे हैं। लेकिन मंदिर के पांच काउंटरों में से केवल तीन काउंटरों पर लड्डू प्रसाद विक्रय हो रहे हैं। विडंबना यह है कि प्रतिदिन 11 बजे तक समाप्त हो जाते हैं और फिर इनकी आपूर्ति काउंटरों पर कब हो यह सुनिश्चित नहीं हो पाती है।

ऐसे में लड्डू यूनिट प्रभारी द्वारा प्रतिदिन 40 क्विंटल लड्डू प्रसाद बनाने का दावा सरासर झूठा है। यदि प्रतिदिन इतनी बड़ी मात्रा में लड्डू प्रसाद बनाया जा रहा है, तो एक भी श्रद्धालु खाली हाथ मंदिर से नहीं जाना चाहिए। क्योंकि इसकी कीमत 11 लाख के लगभग होती है जो कि फिलहाल काउंटरों से इसकी आपूर्ति इतनी नहीं हो पा रही है। केवल 7 या 8 लाख का लड्डू प्रसाद मंदिर प्रबंध समिति प्रतिदिन श्रद्धालुओं को उपलब्ध करा रही है।

काउंटर कर्मचारी कर रहे आधी-आधी ड्यूटी

मंदिर परिसर के दो काउंटर बंद होने के चलते यहां के कर्मचारियों को निर्गम गेट और अन्य काउंटरो पर लगाया गया है। जिसके चलते कर्मचारी 8-8 घंटे की जगह केवल 4-4 घंटे काउंटर पर बैठ रहे हैं और अपनी ड्यूटी पूरी कर घर जा रहे हैं। ऐसे में मंदिर प्रबंध समिति को चाहिए कि शनिवार, रविवार और सोमवार को छोडक़र बाकी अन्य दिन जब मंदिर परिसर श्रद्धालुओं के लिए खुला रहता है। उस समय मंदिर के दोनों बंद काउंटर को खोलें और यहां से लड्डू प्रसाद का विक्रय करें। ताकि श्रद्धालुओं को प्रसाद के लिए भटकना ना पड़े।

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