उज्जैन, अग्निपथ। कोरोना संक्रमण के कारण लोगों को राहत देने के लिए नगर निगम ने संपत्तिकर व जल कर वसूली में लंबे समय तक रियायत दी है। दरें नहीं बढ़ाए जाने और संपत्तिकर व जल कर जमा करने की अवधि भी बढ़ा दिए जाने के बावजूद निगम को कर की वसूली नहीं हो पा रही है। इसके चलते नगर निगम शहर से कर वसूली के लिए मैदान में उतरेगा। 11 सितंबर को होने वाली लोक अदालत के बाद नगर निगम सख्ती के साथ वसूली करेगा। साथ ही प्रत्येक वार्ड व जोन कार्यालयों में कैम्प भी लगाए जाएंगे। निगम को संपत्तिकर के 50 करोड़ व जलकर के 7.7 करोड़ की वसूली करना है। कर बकाया होने के चलते निगम की व्यवस्थाएं बेपटरी होती जा रही हैं।