सोमवार को उज्जैन में नए आईजी संतोषकुमार सिंह ने पदभार संभाला है। चार्ज लेते ही मीडिया से चर्चा में उन्होंने सबसे पहले कहा कि वे उज्जैन से अपराध समाप्त कर देंगे। एनकाउंटर स्पेशलिस्ट कहे जाने वाले श्री सिंह के इस बयान से अपराधियों में तो जरूर भय बनेगा। लेकिन नवागत आईजी को यह भी देखना होगा कि कोई निर्दोष बलि का बकरा नहीं बन जाये, जैसा कि उनकी पुलिस इन दिनों करने में लगी है। पिछले दिनों नीलगंगा पुलिस ने छह युवकों को हथियारों के साथ वाकणकर ब्रिज के पास से गिरफ्तार किये जाने का दावा किया था। पुलिस का कहना था कि ये लोग अपराध की योजना बना रहे थे, और पकड़े गये। दूसरी ओर इनके परिजनों का कहना है पुलिस ने इन युवकों को अलग-अलग जगह से पकड़ा और बाद में एक मनगढंत कहानी बनाकर एक ही जगह से इनकी गिरफ्तारी बता दी और हथियार भी इनके पास से बरामद बता दिये। गिरफ्तार युवक शिवराज के परिजनों का कहना है कि शिवराज की उमरिया जांगीर में चार सौ बीघा जमीन का मालिक है। परिवार के साथ रहता है। पुलिस ने उसे क्यों गिरफ्तार किया, इस बारे मेें भी स्पष्ट नहीं बताया है। परिजनों से मिलने भी नहीं दिया जा रहा है। पुलिस अपराधियों को पकड़े, अपराध रोके, अच्छी बात है, लेकिन निर्दोषों को तो मत फंसाओ।