नलखेड़ा, अग्निपथ। क्षेत्र में अधिक वर्षा के चलते सोयाबीन की फसल में अफलन के चलते किसानों को भारी नुकसान की आशंका है। हालात यह हैं कि फसल को अब तक पालने में लगाई लागत भी नहीं निकल पाएगी। संभावित नुकसान के चलते किसान दुखी हैं। किसानों ने सोयाबीन की फसल का सर्वे कराकर मुआवजा देने की मांग की है।
गुरुवार को क्षेत्र के ग्राम पनाला, पनाली, कनाली, खेड़ा एवं ग्राम भीलखेड़ी पटना के सैकड़ों किसानों ने एकत्रित होकर तहसील कार्यालय में लेखापाल रामचंद्र गायरी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई ग्राम पंचायत पनाला के अंतर्गत सभी उक्त ग्रामों में अधिक वर्षा से सोयाबीन की फसल नष्ट हो गई है जिसके चलते किसानों को सोयाबीन की फसल का लागत मूल्य भी नहीं निकल पाएगा। ऐसी स्थिति में किसान बर्बाद हो जाएंगे। किसानों ने फसलों का तुरंत सर्वे कराकर मुआवजा देने की मांग की गई। ज्ञापन देते समय ग्राम पंचायत पनाला के सरपंच प्रतिनिधि देवकरण गुर्जर सहित कई ग्रामीण जन उपस्थित थे।
इसी प्रकार ग्राम रामनगर के किसानों ने भी तहसील कार्यालय में तहसीलदार प्रियंक श्रीवास्तव को ज्ञापन सौंपकर अधिक वर्षा से नष्ट हुई सोयाबीन की फसल का मुआवजा देने की मांग की। बुधवार को दिए गए ज्ञापन में किसानों ने बताया कि अधिक वर्षा से सोयाबीन की फसलों में बांझपन आ गया है। इसके चलते सोयाबीन की फसलों का सर्वे करवाकर मुआवजा दिया जाए।
रामनगर के ग्रामीणों ने कृषि विभाग कार्यालय में भी ज्ञापन देकर मुआवजे की मांग की है। सरपंच महेश पाटीदार ने बताया कि इस वर्ष अधिक बारिश से फसलें पूरी तरह चौपट हो गई है। जिसका लागत निकालना भी मुश्किल हो गया है। अब किसानों के सामने विकराल समस्या आ खड़ी हो गई है अगर प्रशासन मुआवजा प्रदान करे तो कुछ हद तक किसानों को राहत मिलेगी।