थाना प्रभारी ने वीडियो को झुठलाया, कहा दर्शनार्थी था
उज्जैन,अग्निपथ। एक संदिग्ध बाइक चोर के हॉस्पीटल से भागने पर देवासगेट पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। हुआ यंू कि युवक को चार दिन पहले मालीपुरा से लोगों ने बाइक चुराते हुए वीडियो बनाकर पकड़कर थाने को सौंपा, लेकिन उसके जिला अस्पताल से भागने पर भी थाना प्रभारी राममूर्ति शाक्य ने उसे दर्शनार्थी बताकर इतिश्री कर ली।
बताया जाता है करीब चार दिन पहले मालीपुरा स्थित श्रीराम लाज के नीचे एक युवक नाटकीय तरीके से बाइक पर बैठ गया। उसे मास्टर चाबी से बाइक का लॉक खोलते देख दुकानदार मनीष जायसवाल ने मोबाइल कैमरे में वीडियो बना लिया। इसी बीच युवक ताला खोलकर बाइक ले जाने लगा तो मनीष ने शोर मचा दिया। नतीजतन लोगों ने पिटाई कर युवक और वीडियो थाने को सौंप दिया। मारपीट सेें युवक के घायल होने पर पुलिस ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कर दिया और बाइक मालिक से आवेदन ले लिया। इसी बीच युवक जिला अस्पताल से भाग गया। मामले में पुलिस ने कोई संज्ञान नहीं लिया। रविवार को मामला उठने पर पुलिस सफाई देती नजर आई।
इसलिए शंका के घेरे में पुलिस
सर्वविदित है कि इन दिनों शहर में बाइक चोरी की घटनाएं बढ़ती जा रही है। ऐसे में संदिग्ध के पकड़ाने पर पुलिस को गंभीरता से लेकर जांच करना थी। उसके घायल होने पर सुरक्षा में लेकर इलाज करवाना था, जिससे सच सामने सकता था, लेकिन उसके भागने पर पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लग रहे हैं।