झाबुआ, अग्निपथ। जहां एक ओर जिला चिकित्सालय व स्वास्थ्य विभाग द्वारा साफ-सफाई को लेकर अभियान चलाए जा रहे हैं। जिसमें वर्तमान में फैली डेंगू जैसी बीमारी को लेकर कलेक्टर के सामने अभियान शुरू किया है। जिसमें डेंगू को रोकने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के यह सारे अभियान विफल साबित हो रहे हैं। जहां एक ओर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा मच्छरों की रोकथाम के लिए मलेरिया विभाग द्वारा कोई छिड़काव नहीं किया जा रहा है।
हम बात कर रहे हैं जिला चिकित्सालय विभाग के पीछे बने चिकित्सकों के रहवासी इलाके में साफ सफाई के नाम पर खेल खेला जा रहा है। जिला चिकित्सालय के पीछे बन रहे नए ऑक्सीजन प्लांट को लेकर बड़े स्तर पर कार्य किए जा रहे हैं। लेकिन उस जगह को साफ करने के लिए वहां पड़ा मलबा चिकित्सकों के घरों के सामने फेंका जा रहा है। ऐसे में बारिश के इस मौसम में उस मलबे में मच्छरों का ढेर हो रहा है। जिसके कारण कई चिकित्सक एवं नर्सिंग स्टाफ भी डेंगू जैसी बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। ऐसे में चिकित्सकों के द्वारा कई बार वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित भी किया गया। लेकिन उनके द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। वहीं कई चिकित्सकों का यह कहना है कि स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी सिर्फ सफाई के नाम पर खेल खेल रहे हैं।
आखिर एक जगह से उठाया हुआ मलबा चिकित्सकों के घरों के सामने फेंकना यह कहां का न्याय है। साफ सफाई के नाम पर विभाग के द्वारा केवल लीपापोती की जा रही है। वहीं चिकित्सकों के घरों के सामने गंदगी फैली हुई है। क्या वरिष्ठ अधिकारियों को यह सब नहीं दिख रहा या नहीं। माना जा सकता स्वास्थ्य विभाग के मलेरिया विभाग द्वारा भी चिकित्सकों के रहवासी इलाके में भी मच्छरों को कम करने हेतु कोई छिड़काव नहीं किया जा रहा। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग पर सवालिया निशान खड़े होते हैं।