उज्जैन, अग्निपथ। कार्तिक पूर्णिमा पर रविवार को सैकड़ों श्रद्धालु उज्जैन आए। सुबह 5 बजे से ही शिप्रा तट रामघाट और सिद्धवट पर स्नान का सिलसिला शुरू हो गया। बस स्टैंड पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ नजर आ रही थी। सुबह से ही महाकालेश्वर मंदिर सहित शहर के अन्य विभिन्न मंदिरों में दर्शनार्थियों की भीड़ लगी हुई थी। रविवार होने के बावजूद बाजारों में भीड़ का नजारा देखा गया।
वैकुंठ चतुर्दशी शनिवार को थी। इस दिन भी शिप्रा में स्नान और दीपदान करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु रामघाट-दत्त अखाड़ा घाट और सिद्धवट घाट पहुंचे। रविवार की सुबह दोनों घाटों पर शहरवासियों के अलावा अन्य शहरों से आए श्रद्धालुओं ने शिप्रा में डुबकी लगाने के बाद दीपदान और पूजन किया। इसके बाद श्रद्धालु आवश्यक खरीदारी करने के लिए बाजार में उमड़े। गोपाल मंदिर, छत्री चौक से लेकर सती गेट पर भीड़ का आलम बना हुआ था। शादियों की खरीदारी के लिए भी लोग बाजार पहुंच गए थे। रेडीमेड गारमेंट की दुकानें इस दौरान खुली हुई थीं। सुबह से लेकर रात तक बाजार में भीड़भाड़ बनी हुई थी।
शिप्रा में किया स्नान
सुबह से ही श्रद्धालुओं ने रामघाट, सिद्धवट, मंगलनाथ घाट पहुंचकर स्नान किया। यह सिलसिला रविवार को कार्तिक पूर्णिमा पर भी जारी रहा। अनेक लोगों ने रामघाट और सिद्धवट घाट पर पितरों के निमित्त पिंडदान-तर्पण आदि किया। दूध अर्पण के लिए भी अनेक श्रद्धालु सिद्धवट पर पहुंचे थे। शाम को भी बड़ी संख्या में महिलाओं ने शिप्रा में दीपदान किया। गयाकोठा पर भी सुबह से ही अपने पितरों के निमित्त लोग दूध जल चढ़ाने के लिए मंदिर पहुंचे। यह सिलसिला दोपहर तक जारी रहा।