जावरा, अग्निपथ। कुछ समय पहले तक कम बारिश के कारण किसान को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था लेकिन अब लगातार हो रही बारिश ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी है। अंचल में स्थिति यह है कि बारिश के कारण खेत जलभराव के कारण तालाब नजर आ रहे हैं और यही कारण है कि अब फसलें खराब होने की स्थिति में पहुंच गई है।
जिले में एक बार फिर खराब मौसम और लगातार बारिश ने तबाही मचा दी है लगातार बारिश से रबी फसल में सिंचाई के लिए पानी की आपूर्ति हो जाएगी लेकिन सोयाबीन की फसलें खेत में ही अंकुरित होकर सडऩे लगी हैं। पिछले कई दिनों से शुरू बारिश ने किसानों के सामने फिर से संकट खड़ा कर दिया है, पहले बारिश की कमी और फिर इल्लियों का प्रकोप अफलन जैसी समस्या और अब जब फसल तैयार होने को हुई तो इतनी बारिश हो रही कि सोयाबीन की फलियों में दाने अंकुरित होकर फसल खेत में ही सडऩे लगी है।
कटी पड़ी फसलें भी हो जाएगी खऱाब
कई किसानों की फसलें कट गई है लेकिऩ वो अपनी फसलों की उपज को निकाल नहीं पा रहें क्योंकि फसलें पूरी गीली हो चुकी हैं। ऐसे में अगर लगातार बारिश होती रही तो कटी फसलें सडऩे लग जाएंगी। जिससे किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ेगा।
ऐसे बारिश गिरती रही तो लागत भी नहीं निकल पाएगा
किसान बताते हैं कि तेज बारिश हो रही है। ऐसे में उनके खेत में पककर खड़ी सोयाबीन की अधिकांश फलियों में दाना अंकुरित हो रहा है। उन्होंने बताया कि पहले ही इल्लियों पीले मोजक और अफलन कि वजह से 60 प्रतिशत फसल खराब हो गई है और अब बारिश न थमने से फसल से नाममात्र की पैदावार भी नहीं हो पाएगी। यही स्थिति रही तो किसान खेत में की गई बुवाई का खर्च भी उपज से नहीं निकाल पाएगा।
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