लोनिवि अधिकारियों ने देखी डेम की डाउन स्ट्रीम साइट
उज्जैन, अग्निपथ। शहर के मुख्य पेयजल स्त्रोत गंभीर बांध पर भारी वाहनों के आवागमन की वजह से खतरा पैदा हो गया है। पिछले कुछ वक्त से गंभीर बांध से 40-40 टन के वाहन गुजर रहे है। बांध की सुरक्षा के लिहाज से डाउन स्ट्रीम में लगभग 2.5 किलोमीटर लंबा नया रोड़ और कलवर्ट बनाने की योजना तैयार की जा रही है। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को रोड की प्रस्तावित जगह का निरीक्षण भी किया है।
गंभीर बांध लगभग 30 साल पुराना हो चुका है, पूरे शहर की पेयजल व्यवस्था इसी पर निर्भर है। बांध के निर्माण के वक्त आसपास के गांवो में रहने वाले लोगों के आवागमन के लिए बांध की पाल पर से ही लगभग 1200 मीटर लंबा मार्ग बना दिया गया था। ग्रामीण आवागमन वाले इस मार्ग से अब भारी वाहन गुजरने लगे है, इनकी वजह से गंभीर बांध के स्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचने की आशंका है। भारी वाहन जब भी बांध की पाल से होकर गुजरते है, पूरे बांध में कंपन होता है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधीक्षण यंत्री राजीव खुराना के कहने पर लोनिवि के सहायक यंत्री और अन्य तकनीकी अमले ने डाउन स्ट्रीम से नया रोड़ निकालने के लिए सर्वे किया।
बांध के पार वाले हिस्से में करीब 2.5 किलोमीटर लंबा कांक्रीट रोड और लगभग 700 मीटर लंबा कलवर्ट (पाइप पुलिया) बना दिए जाने से बांध की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी (पीएचई) के अधीक्षण यंत्री ने कार्यपालन यंत्री सुधीर धारीवाल को निर्देशित किया है कि वे नए रोड़ का प्रस्ताव तैयार कर कलेक्टर को भिजवाए। नए रोड़ और कलवर्ट के निर्माण पर करीब 3 करोड़ रूपए का खर्च आएगा।
34 घंटे खुला रहा बांध का एक गेट
गंभीर बांध में यशवंत सागर से ओवर फ्लो हुए पानी की आवक लगातार बनी रही। शुक्रवार सुबह 6 बजे से शनिवार की शाम 4 बजे तक गंभीर बांध का गेट नंबर 3 लगातार खुला रहा। देर रात 2 से 4 बजे के बीच यह गेट ढाई मीटर तक खुला रहा। सुबह 4 से शाम 4 बजे के बीच अलग-अलग समय में एक मीटर, आधार मीटर और 25 सेंटीमीटर तक इस गेट को खुला रखकर पानी का लेवल 483.27 मीटर पर मेंटेन किया गया। इस स्तर पर बांध में 2183 एमसीएफटी पानी संग्रहित है। गंभीर बांध के जलस्तर पर हर आधे घंटे में नजर रखी जा रही है, 483.27 मीटर से जलस्तर जरा भी उपर जाने पर गेट को रीलिज कर पानी बहाया जा रहा है।