कायथा, अग्निपथ। मालवा की एक कहावत- दुबले को दो आषाढ़ इन दिनों कायथा में विद्युत वितरण कंपनी पर एकदम सटीक बैठ रही है। कारण एक तरफ बिजली कंपनी के आउटसोर्सिंग कर्मचारी हड़ताल पर चल रहे हैं वहीं दूसरी ओर बारिश ने कंपनी के कर्मचारियों की मुसीबत बढ़ा दी है।
क्षेत्र में सोमवार शाम को आंधी तूफान के साथ बारिश हुई। जिसके बाद क्षेत्र की बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो गई। घंटों बिजली गुल होने के बाद जब कम्पनी कार्यालय पर संपर्क किया तो पता चला की आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ऑपरेटर, हेल्पर के हड़ताल पर जाने की वजह से कार्यालय पर कोई कार्य करने वाला ही नहीं है। वहीं ऑपरेटरों के हड़ताल पर जाने की वजह से लाइन इंस्पेक्टरों को ग्रिड पर बैठाकर लाइट बंद चालू करने का कार्य दिया गया है।
इसके बाद फील्ड में वर्क करने वाला कोई नहीं है। इस वजह से फाल्ट हुए ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली सेवा बाधित हो रही है। संबंध में तराना डीई चौधरी से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि समस्या है लेकिन उसको दुरुस्त करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा कायथा विद्युत वितरण कंपनी के कनिष्ठ यंत्री गौरव माझी का तबादला होने की वजह से उनको रिलीव कर दिया है लेकिन नए अधिकारी ने अभी तक आमद नहीं दी है। इस वजह से ग्रामीणों की परेशानियों समझने वाला कोई जवाबदार अधिकारी ही कम्पनी कार्यालय पर नहीं है। वहीं देर शाम तक बिजली का कहीं पता नहीं था जिससे संपूर्ण क्षेत्र में अंधेरा छाया हुआ था।