आबकारी कर्मचारी व पटवारी की शिकायत आईजी से
उज्जैन,अग्निपथ। पोहा फैक्ट्री मालिक पर दुष्कर्म का केस उलझता दिखाई दे रहा है। मामले में व्यापारी के परिजनों ने आईजी संतोषसिंह से शिकायत के बाद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से भी न्याय की गुहार लगाई। वहीं बहादुरगंज के दंपति ने आबकारी कर्मचारी व पटवारी पर साजिश रचने का आरोप लगाते हुए शिकायत की है।
सर्वविदित है दौलतगंज के भरत उर्फ बंटी बिंदल पर उनकी पोहा फैक्ट्री के कर्मचारी क्वार्टर में रहने वाली महिला ने 5 सितंबर को बंधक बनाने का दावा किया था। मामले में केस दर्ज कर नागझिरी पुलिस जांच ही कर रही थी कि महिला ने आरोप लगा दिया कि बिंदल ने उसके साथ तीन माह पहले छेड़छाड़ व दुष्कर्म भी किया था। इस पर महिला थाने ने कोर्ट में दिए उसके बयान के आधार पर बिंदल पर धारा बढ़ा दी। इसी के विरोध में मंगलवार को व्यापारियों का एक दल आईजी सिंह के पास पहुंचा और आवेदन देकर जांच की मांग की। बाद में बिंदल के परिजन भोपाल पहुंचे और गृहमंत्री मिश्रा से मिले। उन्हें बताया कि कुछ फर्जी पत्रकारों ने बिंदल से रुपए ऐठने के लिए बंधक बनाने और दुष्कर्म के केस में फंसाने की साजिश रची है।
सीएसपी पर भी लगाए आरोप
बहादुरगंज निवासी अनिल बाथरी व उनकी पत्नी किरण ने आईजी सिंह को शिकायत की है। आरोप लगाया कि उन्होंने आबकारी विभाग में पदस्थ चाचा प्रकाश बाथरी से छह लाख रुपए में मकान खरीद कर कब्जा लिया था, लेकिन बाद में बाथरी व उनके पटवारी पुत्र जितेंद्र ने मकान का तोड़ा काट कर कब्जे का प्रयास किया। उन्हें अफसरों से संबंध होने का हवाला देते हुए गांजा शराब रख कर फंसाने की धमकी दे रहे है। शिकायत करने पर कोतवाली पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। यहीं नहीं सीएसपी पल्लवी शुक्ला उन पर कब्जा छोडऩे और चार लाख में समझौते का दबाव बना रही है। इस संबंध में शुक्ला ने बताया कि आरोप गलत है। अनिल वृद्ध दंपत्ति का करीब 50 लाख का मकान हथियाना चाहते है।
सीएसपी ने स्मैक बेचते पकड़ा
उज्जैन,अग्निपथ। सीएसपी पल्लवी शुक्ला ने मंगलवार को दो बदमाशों को पकड़कर करीब 80 स्मैक की नशे की पुडिय़ा पकड़ी है। उन्होंने बताया कि लगातार धर पकड़ के कारण बदमाश कम मात्रा में पुडिय़ा बनाकर बेचते हैं। सूचना मिलने पर दो को पकड़कर महाकाल थाने के हवाले किया है। पूछताछ कर पता लगा रहे हैं कि वह मादक पदार्थ कहा से लाते हैं और किसे बेचते हैं। हालांकि महाकाल पुलिस ने किसी को भी पकडऩे से इंकार कर दिया।