सुसनेर, अग्निपथ। स्वच्छ भारत अभियान के तहत नगर के साफ और स्वच्छ बनाने और लोगों को जागरूक करने के लिए शासन द्वारा लाखों रुपये खर्च किए जा रहे। अभियान चलाकर लोगों का कचरा प्रबंधन के लिए जागरूक किया है। जिससे गंदगी न फैले।
नगर परिषद के जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही के चलते स्वच्छ भारत अभियान को पलीता लग रहा है। जिम्मेदारों की अनदेखी के कारण नगर में जगह-जगह गंदगी के अंबार लगे हुए हैं। पानी निकासी के लिए नालियां नहीं होने के कारण जगह-जगह गंदा पानी भरा हुआ है, जिसके कारण पूरे वातावरण में दुर्गंध फैली रहती है। वही गंदगी का आलम यह है कि नगर का साफ रखने वाले नगर परिषद कार्यालय के पास ही गंदगी फैली हुई है
पूरे नगर में जगह-जगह घूरे लगे हुए हैं और खाली प्लॉटों में गंदा पानी भरा हुआ है। इसके कारण दुर्गंध फैली रहती है। नगर परिषद कार्यालय के पीछे फैली गंदगी को देखकर ही अनुमान लगाया जा रहा है कि स्वच्छता के प्रति गंभीर है। कार्यालय के पीछे भरे पानी में कचरे का ढेर लगा हुआ है। नगर में जब स्वच्छता अभियान चलाया गया था उस समय में नगर के नेताओं और जनप्रतिनिधियों ने झाडू उठाकर फोटो तो खूब खिंचवाए लेकिन वह केवल फोटो सेशन तक ही सीमित रहा। जमीनी स्तर पर स्वच्छता के लिए कुछ नहीं किया गया।