रुनिजा(बडऩगर), अग्निपथ। वैसे तो अन्नदाताओं को कृषि कार्य खाद, बीज आदि जिला सरकारी केंद्रीय बैंक द्वारा संचालित सेवा सहकारी संस्थाओं के माध्यम से लेनदेन होता है और किसान फसल में इन संस्थाओं से खाद-बीज और क्रेडिट कार्ड के माध्यम ऋण का आदान प्रदान करते हैं। लेकिन कुछ सेवा सहकारी संस्थाओं के अधिकारियों और कर्मचारियों के व्यवहार एवं तुगलकी आदेश से अन्नदाता परेशान हो रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला काछी बड़ोदा गांव की वृत्ताकार सेवा सहकारी संस्था का सामने आया है। इस संस्था के बारे में जानकारी देते हुए भाजपा नेता सतीश मूंदड़ा में बताया कि जब किसानों ने संस्था में खाते खुलवाए थे उस समय खसरा, बी – 1 की नकल आधार कार्ड, पासबुक की फोटो कॉपी आदि दिए थे। उसके बाद उनसे दोबारा उक्त सभी कागजात व खसरा, बी-1 की नकल मांगी जा रही हैं। जिससे किसान काफी परेशान हैं।
क्योंकि खसरा, बी-1 की नकल निकालने के लिए किसानों को काछी बड़ौदा से करीब 13-14 किलोमीटर दूर बदनावर तहसील में चक्कर लगाना पड़ता है। यही नहीं इस आदेश के साथ साथ इस संस्था में पदस्थ प्रबंधक विनायक शर्मा अधिकांश समय संस्था कार्यालय पर आते ही नहीं है जिससे भी किसानों को परेशानी होती है। मूंदड़ा ने किसानों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए शर्मा को यहां से हटाने की मांग की है।