नई दिल्ली। कोरोना से संक्रमित होकर ठीक हुए मरीजों को भी फिर से कोरोना हो सकता है। ऐसे ही दो केस सर गंगा राम में देखने को मिले हैं। यहां एक महिला स्टाफ और एक अन्य मरीज में कोरोना से ठीक होने के बाद फिर से कोरोना के लक्षण दिखे। जांच के बाद दोनों की रिपोर्ट आरटपीसीआर से कोरोना पॉजिटिव आई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सर गंगा राम अस्पताल की एक महिला स्वास्थ्यकर्मी की रिपोर्ट आरटीपीसीआर से पॉजिटिव आई। तेज बुखार के बाद उसे अस्पताल में भर्ती किया गया। 17 दिन तक होम क्वारंटीन में रही। बाद की जब जांच करवाई गई तो रिपोर्ट नेगेटिव आई। ठीक होने के बाद महिला कर्मी ने अस्पताल ज्वाइन कर लिया। दो माह बाद फिर से महिला कर्मी में खांसी व अन्य की शिकायत हुई। बाद में जब कोरोना की जांच की गई तो रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। बाद में जब कोरोना एंटीबॉडी के लिए परीक्षण किया गया, लेकिन उसके एंटीबॉडी स्तर नकारात्मक थे।
वहीं दूसरे मरीज जिसमें शराब पीने के कारण लीवर की समस्या व मधुमेह की शिकायत थी। इसके अलावा उसे कुछ और शिकायत थी। जांच के दौरान उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। यहां कोरोना के उपचार के साथ एंटिफंगल और अन्य सहायक इलाज साथ किया। उपचार के 10 दिन के बाद रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। 25 दिनों के बाद पेट में गड़बड़ी होने के कारण फिर से अस्पताल में भर्ती किया गया। यहां फिर कोरोना की जांच की गई, जिसमें रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
इस संबंध में अस्पताल के मेडिसिन विभाग में उपाध्यक्ष डॉ. अतुल कक्कड़ ने कहा कि अभी तक माना जा रहा था कि फिर से कोरोना का संक्रमण नहीं हो सकता। लेकिन इन दोनों केस में फिर से कोरोना होने मामले सामने आए हैं। दोनों मामलों में जीन अनुक्रमण किया जाना चाहिए। एंटीबॉडी का स्तर कोविड में वैक्सिंग वीनिंग कोर्स हो सकता है, लेकिन शायद 3 से 6 महीने के बाद तक मिल जाए।