कलेक्टर ने मंडी के व्यापारी और अधिकारियों के साथ मिलकर की बैठक
उज्जैन, अग्निपथ। कृषि उपज मंडी में एक चार का गार्ड सुरक्षा के लिए तैनात किया जाएगा। यह फैसला कलेक्टर आशीष सिंह ने बुधवार को कृषि उपज मंडी समिति में फिर शाम मंडी के व्यापारी और कृषि उपज मंडी समिति के अधिकारियों के साथ हुई चर्चा के बाद किया। उन्होंने मंडी से ही एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला से सब इस संबंध में चर्चा की। इसके बाद व्यापारियों को बताया कि मंडी में सुरक्षा के लिए एक चार गार्ड का तैनात हो जाएगा।
इससे पहले मंडी के व्यापारियों ने कलेक्टर सिंह से कहा कि मंडी में लगातार आवक बढ़ती जा रही है किसान और व्यापारियों की सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात किया जाना चाहिए। बैठक के संबंध में जानकारी देते हुए कृषि उपज मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष मुकेश हरभजनका ने बताया कि कलेक्टर सिंह को मंडी के व्यापारियों ने टाटा द्वारा खोदी जा रही सडक़ों के संबंध में अवगत कराया गया।
कलेक्टर ने तत्काल निगम आयुक्त को इस संबंध में निर्देश दिए कि वह 4 दिन के अंदर कंपनी के सभी निर्माण कार्य को कंप्लीट कराएं। ताकि मंडी में किसानों की संख्या बढऩे के दौरान किसी तरह की अव्यवस्था ना हो। वही व्यापारियों ने कलेक्टर से मंडी में बिजली पानी की व्यवस्था गड़बड़ाने की शिकायत की।
कलेक्टर ने उन्हें आश्वस्त किया कि संबंधित विभाग को इस संबंध में तत्काल निर्देश जारी कर दिए जाएंगे। ताकि फसल खरीदी बिक्री के दौरान इन समस्याओं से कोई परेशानी ना हो। मंडी में लगातार आवक बढऩे के दौरान नीलामी की समस्या और किसानों के वाहनों को रखने की समस्या के संबंध में भी व्यापारियों ने कलेक्टर को अवगत कराया।
मंडी व्यापारियों ने कलेक्टर को सुझाव दिया कि नरेश जिनिंग फैक्ट्री में किसानों के वाहन रखने की व्यवस्था हो सकती है। इस संबंध में कलेक्टर ने जल्द ही फैसला लेने का आश्वासन मंडी व्यापारियों को दिया।
बैठक में अनाज तिलहन संघ के अध्यक्ष प्रवीण खंडेलवाल पूर्व अध्यक्ष मुकेश हरभजनका, राजेंद्र राठौर, मनीष जैन गावड़ी, मंडी प्रशासक, मंडी सचिव सिन्हा समय अधिकारी मौजूद थे।
कई दिनों से व्यापारी बैठक का कर रहे थे इंतजार
मंडी में इस सीजन में 50 हजार बोरी आवक की संभावना जताई जा रही है। इसे लेकर अनाज तिलहन संघ के अध्यक्ष गोविंद खंडेलवाल ने सांसद अनिल फिरोजिया, मंत्री ,विधायक से आग्रह किया था कि प्रशासन और मंडी के व्यापारियों की एक बैठक बुलवाई जाए। ताकि व्यापारी प्रशासन को अपनी समस्या और उसके समाधान के संबंध में बता सके।
खंडेलवाल ने विभिन्न मंचों पर भी इस संबंध में अपनी बात रखी थी। प्रशासन ने खंडेलवाल की बात को ध्यान में रखते हुए बुधवार को बैठक बुलाई और आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए।