उज्जैन, अग्निपथ। शहर की पूरी तरह से विकसित कालोनियों और मोहल्लो में नगर निगम द्वारा कराए गए सर्वे में 344 खाली प्लॉट निकले हैं। इस सर्वे में ऐसी कॉलोनियों को शामिल नहीं किया गया, जो अभी विकसित हो रही है। सर्वे में सामने आए 344 प्लॉट के मालिकों को अब नगर निगम से नोटिस जारी होंगे। उन्हें प्लॉट को कवर्ड करने के लिए कहा जाएगा। यदि तय समय सीमा में ऐसा नहीं हुआ तो प्लॉट मालिकों के खिलाफ जुर्माने की कार्यवाही होगी।
नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता ने स्वास्थ्य विभाग के अमले को शहर की विकसित कालोनियों और मोहल्लों में खाली पड़े प्लॉट्स की जानकारियां जुटाने के निर्देश दिए थे। लगभग 10 दिन तक पूरा अमला इस काम में जुटा रहा। सबसे ज्यादा खाली प्लॉट जोन नंबर 6 (नानाखेड़ा) क्षेत्र में निकले हैं। इनमें भी सबसे ज्यादा खाली प्लॉट विकास प्राधिकरण द्वारा विकसित की गई कॉलोनियों में है।
जानकारी जुटाई
इन कॉलोनियों में कई लोगों ने केवल निवेश के लिए ही प्लॉट खरीदकर लावारिस हालत में छोड़ दिए हैं। नगर निगम उपायुक्त संजेश गुप्ता के मुताबिक खाली प्लॉट वाले सभी लोगों के नाम-पते आदि की जानकारी जुटा ली गई है।
आयुक्त के निर्देश के बाद सभी को नोटिस जारी कर प्लॉट को कवर्ड करने के लिए कहा जाएगा। इससे पहले सभी खाली प्लॉट्स की सफाई नगर निगम करवाएगी। यदि तय अवधि में प्लॉट कवर्ड नहीं किए गए तो प्लॉट मालिकों से जुर्माना वसूला जाएगा।
संपत्तिकर विभाग भी निकालेगा कमाई का रास्ता
शहर में कई लोगों ने केवल इसलिए प्लॉट खरीदकर खाली छोड़ दिए है ताकि वे भविष्य में उन प्लॉट्स को बेचकर अच्छा मुनाफा कमा सके। प्लॉट मालिक को तो मुनाफा मिल जाता है लेकिन जितने समय प्लॉट खाली पड़ा रहता है, आसपास के लोगों और नगर निगम कर्मचारियों की फजीहत होती है। आयुक्त खाली प्लॉट की सूची को संपत्तिकर विभाग को भी सौपेंगे। नगर निगम के स्तर पर ऐसी नीति बनाई जा रही है जिससे मुनाफा कमाने वालों से नगर निगम भी कमाई कर सके।