चना काबली 8650 तो सोयाबीन 6 हजार के दाम पर बिका गेहूं के अलावा उड़द, बटला, मैथीदाना,मसूर भी आने लगी
उज्जैन। कृषि उपज मंडी में सोमवार से उपज कम आने लगी है। हालांकि मंडी में जितनी उपज आ रही है उसे रखने के लिए शेड खाली कराने पर पड़ रहे हैं। बताया जाता है कि मंडी में दिवाली का माहौल होने की वजह से किसानों ने आना कम कर दिया है। इसका एक कारण उपज के दाम कम मिलना भी माना जा रहा है।
मंडी में सोयाबीन की 14186 बोरियों की आवक हुई। यह अधिकतम 6070 के दाम पर और न्यूनतम 2400 के दाम में बिक रहा है। मंडी में कुल बोरियों की आवक 18523 हुई। वहीं गेहूं की 2541 बोरियों लोकवन की आई। यह अधिकतम 2376 के दाम पर बिका। वहीं पूर्णा की 174 बोरियां 2286 के अधिकतम दाम, पोषक की 531 बोरियां 2576 के अधिकतम दाम, ज्वार की सात बोरियां 1345 के अधिकतम रेट पर बिकी।
चना काबली की 649 बोरियों की आवक अधिकतम 8650 के दाम पर बिकी। जबकि देशी चने की 121 बोरियां 4901 के अधिकतम, चना शंकर की 243 बोरियां 4530 के अधिकतम, मक्का की 30 बोरियां 1501 अधिकतम, बटला की 25 बोरियां 5191 के अधिकतम रेट, उड़द की 10 बोरियां 4730 के अधिकतम रेट, धनिया की 2 बोरी 5500 के अधिकतम, मसूर की 3 बोरियां 5840 के अधिकतम रेट, मैथीदाना की एक बोरी 6251 के अधिकतम दाम पर बिकी।
कर्मचारियों के एरियर और वेतन समयमान की प्रक्रिया शुरू
मंडी में कर्मचारियों के एरियर और वेतनमान की प्रक्रिया लंबे समय से बंद पड़ी हुई थी। अब स्थापना में बदलाव के चलते यह तेज हो गई है। कर्मचारियों का कहना है कि कई महीनों से उनके वेतन समयमान के मामले अटके हुए थे। इन्हें अब गति मिल गई है। वहीं एरियर के लिए भी व्यवस्था बनाई जाने लगी है। इससे कर्मचारियों में त्यौहार खुशी चेहरों पर झलकने लगी है।
मंडी में अतिक्रमण हटाने चलाई मुहिम
मंडी में किसानों की फसल के आवक को देखते हुए अतिक्रमण हटाने के लिए मुहीम चलाई जा रही है। प्रांगण प्रभारी अश्विन पहाडिया ने बताया कि सोमवार सुबह से मंडी के कर्मचारी और अधिकारी मंडी में खाद-बीज के अलावा अन्य व्यवसाय करने वाले दुकानदारों को समझाईश देने गए थे। सभी को चेतावनी दी है कि वे अपनी दुकानों का सामान बाहर न रखे। ताकि रास्ता बंद न हो। पिछले दिनों दुकानदारों को नोटिस भी जारी किए थे। इसी तरह से फड से भी व्यापारियों को नीलामी का माल तत्काल हटाने के निर्देश दिए गए हैं।
दुकानदारों को स्पष्ट बता दिया गया है कि रात 8 बजे से सुबह नौ बजे तक अपने सामान की गाडिय़ों को मंडी में बुलाकर माल को खाली करा लें। सुबह 9 बजे के बाद अगर वाहन पाए गए तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यह व्यवस्था मंडी में किसानों के वाहनों के आने के लिए स्थान खाली रखने के लिए की जा रही है।