उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में विस्तारीकरण योजना के तहत कंट्रोल रूम से लेकर महानिर्वाणी अखाड़े तक की बिल्डिंग को डिस्मेंटल किया जाना है। इसी को लेकर तीन दिन पहले कंट्रोल रूम को स्थानांतरित करने के लिए मंदिर के चिकित्सालय कक्ष को खाली करा लिया गया। अब डॉक्टर सहित पूरा स्टाफ खुले में बैठकर श्रद्धालुओं का इलाज कर रहे हैं। हालांकि भर्ती करने की व्यवस्था भी समाप्त हो गई है। लेकिन मंदिर के पास जगह कम होने के कारण ऐसा किया गया है।
जानकारी के अनुसार महाकालेश्वर मंदिर में विस्तारीकरण योजना के तहत बिल्डिंग को डिस्मेंटल किया जाना है। इसका कार्य भी शुरू हो गया है। हालांकि काम काफी धीमी गति से चल रहा है। लेकिन त्योहारों को देखते हुए बिल्डिंग को डिस्मेंटल करने का कार्य पीछे से शुरू किया गया था। अब फिलहाल दीपावली को छोडक़र कोई भी त्योहार सिर पर नहीं हैं। ऐसे में इस काम में गति संभावित है। इसी को देखते हुए मंदिर के चिकित्सालय को अधिकारियों के आदेश के बाद खाली करवा लिया गया है। यहां पर कंट्रोल रूम को स्थानांतरित करने की योजना है।
पूरा स्टाफ खुले में बैठकर कर रहा इलाज
फेसिलिटी सेंटर में स्थित चिकित्सालय कक्ष को खाली करवा लिया गया है। यहां की दवाइयां भी खुले में टेबलों पर रखी गई हैं। चिकित्सालय के डॉक्टर सहित पूरा स्टाफ खुले में बैठकर श्रद्धालुओं का इलाज कर रहा है। किसी गंभीर मरीज को भर्ती कर अल्प समय के लिए इलाज देने की नौबत आया तो यह संभव नहीं हो पाएगा।
चिकित्सालय कक्ष में पूर्व में तीन बेड भी लगाए गए थे। ताकि चक्कर आने या अन्य ऐसी बीमारी जिसमें मरीज को लेटाने की नौबत आए तो यह संभव नहीं हो पाएगा।
इनका कहना है
महाकालेश्वर मंदिर में विस्तारीकरण योजना के तहत बिल्डिंग को कंट्रोल रूम सहित डिस्मेंटल किया जाना है। चिकित्सालय कक्ष को खाली करवा लिया गया है। यहां पर कंट्रोल रूम स्थानांतरित किया जाएगा। –मूलचंद जूनवाल, सहायक प्रशासक