उज्जैन, अग्निपथ। मप्र का 66 वां स्थापना दिवस समारोह उल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की नोडल एजेंसी जिला पंचायत थी। मुख्य अतिथि जिले के प्रभारी मंत्री थे। जो कि सहज- सरल है। लेकिन प्रभारी मंत्री होने के नाते उनका एक प्रोटोकॉल भी बनता है। जिसमें आज चूक हो गई। तभी तो प्रभारी मंत्री मंच पर जाने के लिए लेफ्ट-राइट के चक्कर में उलझ गये। यह नजारा सभी ने देखा।
नतीजा चर्चा यह थी कि … सहज- सरल प्रभारी मंत्री है तो क्या उनका प्रोटोकॉल नहीं बनता है।
दरअसल घटनाक्रम कुछ यूं हुआ। स्थापना दिवस पर शपथ दिलानी थी। प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा का नाम पुकारा गया। वह तत्काल उठे और मंच की तरफ बढ़े। कालिदास अकादमी के प्रांगण में कार्यक्रम था। मंच के लिए दोनों तरफ से सीढिय़ा है। प्रभारी मंत्री पहले लेफ्ट की तरफ बढ़े। फिर अचानक रूक गये और राइट तरफ की सीढिय़ा चढक़र मंच पर पहुंच गये। फिर सभी को शपथ दिलाई।
प्रोटोकॉल …
प्रभारी मंत्री को लेफ्ट- राइट के असमंजस में सभी ने देखा। जिसके बाद जानकारों की प्रतिक्रिया थी। यहां पर प्रोटोकॉल का पालन होना था। जिला पंचायत सीईओ कार्यक्रम की नोडल अधिकारी थी। प्रोटोकॉल के तहत किसी की भी ड्यूटी लगानी थी। जो प्रभारी मंत्री को ससम्मान मंच पर ले जाते।
इशारा …
स्थापना दिवस समारोह में राष्ट्रगान को लेकर भी असमंजस की स्थिति बन गई थी। प्रभारी मंत्री ने झंडावंदन किया। कलापथक दल शुरू हो गया। जन-गण-मन…। मगर संचालनकर्ता ने हाथ के इशारे से रोक दिया। कारण …. बिगुल बज रहा था। जिसके बाद 10 सेकेंड तक सन्नाटा छा गया। सभी सावधान की मुद्रा में खड़े थे। तब कलेक्टर आशीषसिंह ने हाथ से इशारा किया। तब कहीं जाकर राष्ट्रगान शुरू हुआ।
भीड़ …
कार्यक्रम में कुर्सिया खाली नजर नहीं आये। इसलिए कार्यक्रम की नोडल एजेंसी जिला पंचायत ने तरीका निकाला। राष्ट्रीय आजीविका मिशन का सहारा लिया। इस मिशन के अंतर्गत आने वाले स्व-सहायता समूह की महिलाओं को लाकर बैठा दिया। ताकि भीड़ नजर आये।
गजब …
भले ही जिला पंचायत ने प्रभारी मंत्री के प्रोटोकॉल का ध्यान नहीं रखा। लेकिन कलेक्टर और एसपी तब तक द्वार पर खड़े रहे। जब तक प्रभारी मंत्री का आगमन नहीं हो गया। इधर प्रभारी मंत्री ने वाहन से उतरते ही कलेक्टर को कहा कि … गजब। उनका इशारा कलेक्टर द्वारा बांधे गये साफे की तरफ था।
रंगारंग कार्यक्रमों के साथ मना स्थापना दिवस
प्रदेश का स्थापना दिवस सोमवार सुबह कालिदास अकादमी परिसर में समारोहपूर्वक मनाया गया। जिले के प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा ने ध्वजारोहण कर उपस्थित जन-समुदाय को प्रदेश के विकास एवं बिना भेदभाव के समग्र विकास का संकल्प दिलवाया। समारोह में रंगारंग कार्यक्रम हुए जिसमें प्रतिकल्पा सांस्कृतिक संस्थान की बालिकाओं द्वारा शिव रूद्राष्टक नृत्य एवं देशभक्ति पर आधारित नृत्य की प्रस्तुति दी गई। झोकर की कबीर भजन मण्डली दिनेश कुमार धौलपुरिया एवं साथियों द्वारा जरा हल्के गाड़ी हाकों भजन प्रस्तुत किया गया। शासकीय कला पथक दल द्वारा आत्मनिर्भर मप्र पर आधारित गीत एवं मप्र गान की प्रस्तुति की गई। कार्यक्रम का संचालन संदीप नाडकर्णी द्वारा किया गया। प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा ने कार्यक्रम के अन्त में सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं भजन प्रस्तुत करने वाले सभी दलों को 11-11 हजार रुपये का नगद पुरस्कार देने की घोषणा की।
खबर लेती हूं…
ऐसा नहीं कि केवल स्थापना दिवस समारोह में ही प्रोटोकॉल का उल्लंघन हुआ है। आज ही कालिदास समारोह को लेकर बैठक थी। जिसमें भाग लेने प्रदेश की पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर आई थी। वह निर्धारित समय से काफी देर बाद उज्जैन आई। बैठक से पहले निर्देशक कक्ष में उनको किसी ने बता दिया। आज की बैठक में संस्कृति मंत्रालय से कोई भी नहीं आया है। जबकि इस बैठक में प्रमुख सचिव या उनके प्रतिनिधि शामिल होते है। पर्यटन मंत्री ने आश्चर्य जताया और स्पष्ट कहा कि … भोपाल जाकर खबर लेती हूं।