बड़ौद, अग्निपथ। साध्वी मुक्तिप्रियाश्रीजी के सानिध्य में मुमुक्षु बहन प्राची पद्मजी जैन पिपलोन की शोभायात्रा निकली। दीक्षार्थी बहन का जगह-जगह बहुमान किया गया। दीक्षार्थी द्वारा इस दौरान वर्षीदान किया गया।
शोभायात्रा आनंद चंद्र जैन आराधना भवन पहुंचने पर साध्वीश्री ने प्रवचन में कहा कि धन्य होते है वे लोग जो दीक्षा लेते है, धन्य होते है वो माता-पिता एवं परिवार जन जो दीक्षा की अनुमति देते है। हमें दीक्षा लेने वाले को मना नहीं करना चाहिए, हो सकता है भविष्य में वो संघ के बड़े आचार्य हो ओर तीर्थंकर बन जाये।
इस दौरान साध्वी मृदुप्रिया श्रीजी ने कहा कि इस मनुष्य जीवन में आकर संयम लिया जा सकता है। संयम से तीर्थंकर नामकर्म का उपार्जन होता है। कृष्ण राजा ने भी अपनी बेटियों को दीक्षा प्रदान कराई। दीक्षा लेने वाले महान ओर पराक्रमी होते हैं। सुपात्र दान तो हर कोई देता है, लेकिन जो अपने बच्चों को दीक्षा देते हैं वो महान दान होता हैं।
श्री जैन श्वेतांबर मूर्ति पूजक संघ द्वारा दीक्षार्थी बहन प्राची जैन एवं परिवार के सदस्यों का बहुमान किया। उपरोक्त जानकारी ललित राजावत ने दी।