हैकिंग कर एक करोड़ रुपए ठगने की चर्चा, साइबर डीजीपी ने कहा- जांच कर रहे हैं
उज्जैन,अग्निपथ। भैरवगढ़ जेल में हुई गड़बड़ी में सनसनीखेज जानकारी सामने आई है। दावा है कि साइबर ठग ने अधिकारियों की मिलीभगत से जेल से ही राजस्थान में भी करीब एक करोड़ रुपए की ठगी की है। सूचना पर राज्य साइबर सेल की टीम जांच के लिए तय जगह पहुंच गई, लेकिन ठगी की पुष्टि नहीं हुई है।
साइबर ठगी में भोपाल जेल में बंद अनंत अमर अग्रवाल द्वारा लगाए आरोपों की जांच में बड़ी सूचना सामने आई है। पता चलाअग्रवाल ने भैरवगढ़ जेल में रहते हुए अधिकारियों की मदद से उदयपुर में एक होटल वाले का करीब एक करोड़ रुपया गायब किया था।
जानकारी पर राज्य साइबर सेल डीजीपी योगेश राव देशमुख द्वारा गठित एसआईटी ने जांच की। घटना के तार उदयपुर से जुड़े मिलने पर टीम वहां पहुंची। लेकिन अब तक ठगी का कोई सुराग नहीं मिल सका है। मामले की पुष्टि डीजीपी देशमुख ने भी की। उन्होंने कहा कि जांच के लिए टीम उदयपुर गई है, लेकिन फिलहाल ठगी का सुराग नहीं मिला है।
ऐसे हुए था खुलासा
सर्वविदित है अग्रवाल करीब दो साल तक भैरवगढ़ जेल में रहा है। भोपाल जेल में ट्रांसफर होते ही उसने जेल विभाग को शिकायत की थी कि पूर्व जेलर संतोष लडिय़ा उससे जेल में ही लेपटॉप व इंटरनेट मुहैया करवाकर हैकिंग और आला अफसर, जज व राजनेताओं के फोन टेप करवाता था। उसके साथ सहायक जेलर सुरेश गोयल कुछ प्रहरी व कैदी भी शामिल थे। मामले में राज्य साइबर सेल अज्ञात पर केस दर्ज कर जांच कर रही है।
विभागीय जांच में मिली गड़बड़ी
जेल प्रशासन ने भी आरोपों की गंभीरता को देखते हुए लडिय़ा,गोयल व एक प्रहारी को मुख्यालय में अटैच कर जांच शुरू की। इसी के चलते जेल डीआईजी संजय पांडे भैरवगढ़ जेल आए थे।
उन्होंने ठगी के लिए बताई फैक्ट्री को सील कर पूर्व जेल अधीक्षक अलका सोनकर व आरोपों के घेरे में आए अधिकारी, प्रहरी व कैदियों के बयान दर्ज कर रिपोर्ट जेल डीजी को रिपोर्ट सौंपी थी, जिसमें गड़बड़ी के प्रमाण मिले थे।